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महाराष्ट्र : झोपड़ी का बिजली बिल 28.14 लाख रुपए, अधिकारियों ने गरीब महिला को बताया कानून
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डिजिटल डेस्क, मारेगांव (यवतमाल)। महावितरण (बिजली विभाग) की घोर लापरवाही एक बार फिर सामने आई। हमेशा किसी न किसी कारण से सुर्खियों में रहने वाली महावितरण की इस हरकत से पूरा परिसर स्तब्ध है। आए दिन बिजली के दाम बढ़ाने से जनता वैसे भी त्रस्त हो चुकी है, लेकिन एक गरीब उपभोक्ता को लाखों का बिल थमाकर महावतिरण ने 440 व्होल्ट का झटका दे दिया है। बता दें कि झोपड़ी में रहने वाली एक गरीब महिला को बिजली विभाग ने 28.14 लाख रुपए का बिल थमाया है। बिल देखकर उसके होश उड़ गए। महिला जब इसकी जांच करवाने गई तो बिजली विभाग के अधिकारी उसे ही कानून बताने लगे।
बताया जाता है कि बिल की राशि देखकर महिला की आंखें चौंध गई और वह बिल लेकर जब बिजली विभाग के पास पहुंची तो उससे कहा गया कि, बिल भर दो, बाद में देखेंगे। महावितरण कर्मचारियों के इस तरह के जबाव से महिला की रातों की नींद उड़ गई है। मारेगांव के हिवरी निवासी कुसुम वासुदेव आस्वले नामक महिला को 28.14 लाख रुपये का बिल आया है। बिल पर इतने सारे आंकड़े देखकर उसे यकीन नहीं हुआ। उसने पड़ोसी से इस बारे मेें पूछा तो उसने बताया बिल लाखों का ही आया है। यह बात स्पष्ट हो गई।
पीड़ित महिला का ग्राहक नंबर 370500000657 है। उनके घर के घरेलू मीटर का चालू माह का रीडिंग 175380 यूनिट बताया गया है। यह बिल 28 सितम्बर तक भरना था। 9 अक्टूबर तक बिल भरने पर उसे 28 लाख 13 हजार 990 रुपये भरने हैं। मगर यह राशि देखने के बाद उसका घर बेचकर भी इतना बिल वह भर नहीं सकती है। यह बात उसने बिजली अधिकारियों को बताई। किसी झोपड़ी का जहां 1 बल्ब से काम चलता है वहां बिल लाखों का कैसे आ सकता है यह सवालिया निशान है। जब से लोगों को पता चला कि, उक्त महिला को लाखों का बिल आया है तबसे महावितरण कंपनी की घोर लापरवाही सामने आई है।
बिल की जांच करेंगे
मारेगांव के हिवरी के कुसुम आस्वले को 28.14 लाख का बिल कैसे आया इसकी जांच की जा रही है।
मंगेश वैद्य, (कार्यकारी इंजीनियर महावितरण पांढरकवडा विभाग)
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Created On :   29 Sept 2018 5:56 PM IST