RTE : एडमिशन दिलाने 20 हजार की ठगी

20 thousand loot in the promise of right to education admission
RTE : एडमिशन दिलाने 20 हजार की ठगी
RTE : एडमिशन दिलाने 20 हजार की ठगी

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  RTE प्रवेश प्रक्रिया अंतर्गत एडमिशन कराने का झांसा देकर एक महिला से 20 हजार रुपए वसूलने का मामला सामने आया है। भारतीय विद्या भवन के नाम यह फर्जी प्रवेशपत्र उसे दिया गया। स्कूल की प्रधानाचार्य ने जिला प्राथमिक शिक्षाधिकारी को पत्र भेजकर शिकायत की है।

तीन किस्तों में दिए रुपए
सूत्रों ने बताया कि धीरेंद्र सखा ने पुत्र मकरंद का आरटीई ऑनलाइन आवेदन भरा था। ड्रॉ निकलने के बाद दस्तावेजों का वेरिफिकेशन शुरू हुआ। ड्रॉ में मकरंद का नंबर लगा या नहीं यह जानने के लिए उसकी नानी राजश्री जारगर 30 अप्रैल को वेरिफिकेशन सेंटर पटवर्धन स्कूल मैदान गई थी। वहां झांसा देने वाले ने राजश्री को अंदर जाने से रोक लिया। उसके नवासे को आरटीई अंतर्गत प्रवेश दिलाने का झांसा देकर 20 हजार रुपए देने का प्रस्ताव रखा। वह भी उसके झांसे में आकर रुपए देने के लिए तैयार हो गई। उसने 3 किस्तों में 20 हजार रुपए दे दिए। इसके बाद उसे 3 मई को भारतीय विद्या भवंस स्कूल, सिविल लाइंस के नाम फर्जी प्रवेशपत्र दिया गया। स्कूल में प्रवेश लेने के लिए पहुंचने के बाद उसे पता चला कि प्रवेशपत्र फर्जी है। 

स्कूल में एडमिशन देने से किया इंकार
बताया जाता है कि RTE  प्रवेश प्रक्रिया अंतर्गत निकाली गई लॉटरी में मकरंद का नाम नहीं रहने से स्कूल प्रबंधन ने उसे प्रवेश देने से मना कर दिया। स्कूल प्रबंधन का जवाब सुनकर राजश्री के पैरों तले जमीन खिसक गई। वह भागे-भागे पटवर्धन स्कूल मैदान पर समाधान केंद्र पहुंची। वहां स्कूल प्रबंधन द्वारा प्रवेश देने से इनकार करने की बात बताई, उसके बाद उसे बताया गया कि लॉटरी में उसके नवासे का नंबर नहीं लगा है। तब उसने एडमिशन कराने के लिए झांसा देकर 20 हजार रुपए वसूल किए जाने की आपबीती बताई। उधर भारतीय विद्या भवंस स्कूल की प्रधानाचार्य ने जिला प्राथमिक शिक्षाधिकारी को पत्र भेजकर उनके स्कूल के नाम फर्जी प्रवेशपत्र जारी किए जाने की शिकायत की है।

Created On :   10 May 2019 8:26 AM GMT

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