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किसान रेल से 38 दिनों में 19,318 टन प्याज का यातायात
डिजिटल डेस्क, नांदेड़। नांदेड़ रेलवे विभाग को 11 फरवरी को बड़ी सफलता मिली। 5 जनवरी 2021 से शुरू किसान रेल अपने चरम पर पहुंच गया है। केवल 38 दिनों में 50 किसान रेल ने नागरसोल से देश के विभिन्न हिस्सों में 19,318 टन प्याज की यातायात किया। नांदेड़ रेलवे विभाग ने इससे 9.29 करोड़ रुपए कमाए। किसान रेल द्वारा परिवहन के कारण माल भाड़े पर 50% की छूट। कई किसान इससे लाभान्वित हुए। प्रासंगिक अधिकारी नांदेड़ रेलवे डिवीजन में किसान रेल को अन्य स्थानों से शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं। मंडल रेल प्रबंधक उपिंदर सिंह ने किसानों व व्यापारियों से 50% छूट का लाभ उठाने की अपील की है।
भारत सरकार ने कृषि क्षेत्र के विपणन के लिए परेशानी मुक्त, सुरक्षित और तेज परिवहन सेवाएं प्रदान करके कृषि क्षेत्र की आय बढ़ाने के लिए किसान रेल चलाने की अवधारणा पेश की है। इन किसानों की गाड़ियों को पूरे देश में न्यू गुवाहाटी, न्यू जलपाईगुड़ी, चितपुर, मालदा, अगरतला, फतुहा आदि स्थानों पर भेजा गया है। अब तक 50 किसान रेलवे द्वारा देश के विभिन्न भागों में 19,318 टन प्याज वितरित किए जा चुके हैं। नांदेड़ रेलवे विभाग को इससे 9.29 करोड़ रुपए (9 करोड़, 29 लाख रुपए) का राजस्व प्राप्त हुआ है। इस साल मार्च के अंत तक नांदेड़ डिवीजन से 50 अन्य किसान विशेष गाड़ियों को जारी करने का लक्ष्य रखा गया है। किसान रेलवे की विशेषता यह है कि ये ट्रेनें तय समय पर चलती हैं।
लगभग 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से, ताकि कृषि सामान समय पर पहुंचे। किसानों का अच्छा बाजार है। किसानों को प्रोत्साहित करने, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय ने "ऑपरेशन ग्रीन्स-टॉप टू टोटल" के तहत किसान रेल द्वारा अधिसूचित फलों और सब्जियों के परिवहन पर 50% रियायत की घोषणा की है। उस संबंध में नांदेड़ डिवीजन से चलने वाले सभी किसान रेल को 50% रियायत दी गई है। दक्षिण मध्य रेलवे के महाप्रबंधक गजानन माल्या ने नांदेड़ डिवीजन के अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा नागरसोल स्टेशन से किसान रेल को सफलतापूर्वक शुरू करने के प्रयासों पर प्रसन्नता व्यक्त की। माल्या ने किसानों और व्यापारियों से अपील की कि वे खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय और रेल मंत्रालय के लिए रेलवे द्वारा प्रदान की जाने वाली विशेष सुविधाओं का लाभ उठाकर अपना व्यवसाय बढ़ाएं। नांदेड़ डिवीजन से माल ढुलाई बढ़ाने में भी मदद करें।
Created On :   13 Feb 2021 7:23 PM IST