मराठवाड़ा से 15000 प्रवासी मजदूरों का पलायन

15,000 migrant laborers migrate from Marathwada
मराठवाड़ा से 15000 प्रवासी मजदूरों का पलायन
मराठवाड़ा से 15000 प्रवासी मजदूरों का पलायन

डिजिटल डेस्क, औरंगाबाद। मराठवाड़ा के सभी आठ जिलों से अब तक 15000 प्रवासी मजदूर अपने-अपने घरों को पलायन कर चुके हैं। जबकि इन्हें अभी भी घर भेजने का काम जारी है। इस बीच, विभिन्न जिलों के शेल्टर होम में हजारों प्रवासी मजदूर आज भी फंसे हुए हैं। संभाग से प्रवासी मजदूरों का अपने अपने घर पलायन पिछले 8 मई से ही शुरू है। बता दूं कि माह के आरंभ में संभाग के विभिन शेल्टर होम में लॉकडाउन के दौरान 20 हजार मजदूर शरण लिए हुए थे, लेकिन जबसे श्रमिक स्पेशल ट्रेन शुरू हुई, इन प्रवासी मजदूरों का पलायन तेज हो गया। अब तक जा चुके मजदूरों की संख्या 15 हजार से अधिक बताई जा रही है। श्रमिक स्पेशल ट्रेन से बलिया, गोरखपुर आदि क्षेत्रों के लिए पिछले बुधवार से ट्रेनें शुरू हुईं। पहले दिन 1600 प्रवासी मजदूर इस ट्रेन से भेजे जाने की जानकारी जिले के नोडल अधिकारी अप्पासाहब शिंदे ने दी है।

नांदेड़ से भी एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन छोड़ी गई है, जो 1460 प्रवासी मजदूरों को लेकर गोरखपूर के लिए रवाना हुई है। औरंगाबाद संभाग के उप विभागीय अधिकारी पराग सोमन के अनुसार पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, बिहार तथा झारखंड के कई प्रवासी मजदूर आज भी विभिन्न शेलटरों में शरण लिए हुए हैं। इन्हें भी चरणबद्ध तरीके से उनके राज्यों में भेजा जाएगा। उप संभागीय अधिकारी ने बताया कि एक स्पेशल ट्रेन को छोड़ने से पहले वहां व्यवस्था बनाने के लिए एक हजार से 1200 कर्मियों को तैनात करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश तथा बिहार के जो प्रवासी मजदूर बच गए हैं, वह सीमित हैं, उन्हें घर भेजने में अब कोई दिक्कत आने की संभावना नहीं है। 

Created On :   16 May 2020 11:33 AM IST

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