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ऑनलाइन टेंडर के जरिए जिला परिषद के साथ 13.40 लाख रु. की धोखाधड़ी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिला परिषद अंतर्गत जलापूर्ति विभाग में विकास कार्यों व अन्य कामों का ठेका लेने वाली काटोल की मे. नानक कंस्ट्रक्शन भागीदारी संस्था काटोल के संचालकों का एक और कारनामा उजागर हुआ है। संस्था संचालक पिता, पुत्र व पुत्री के खिलाफ सदर थाने में 13.40 लाख की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।
ठगी का दूसरा मामला
आरोपी रोशन पंजाबराव पाटील (35), कांचन पाटील (30) और पंजाबराव पाटील (65), गणेश मंदिर के पास धंतोली, फिसके ले-आउट काटोल नागपुर निवासी हैं। नागपुर जिप ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के कार्यकारी अभियंता संजीव हेमके (55), पिरामिड सिटी, बेसा, पिपला रोड निवासी की शिकायत पर धारा 420, 34 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। आरोपियों पर इसी तरह का एक ठगी का मामला कुछ दिन पहले सदर थाने में दर्ज कराया गया है। यह दूसरा ठगी का मामला दर्ज हुआ है।
मिलीभगत कर बैंक से निकाली सुरक्षा रकम
आरोप है कि, आरोपियों ने ऑनलाइन टेंडर के जरिए जलापूर्ति विभाग के 9 विविध कार्यों का ठेका हासिल लिया। आरोपियों ने बैंक में 13 लाख 40 हजार रुपए जमानत के तौर पर (सुरक्षा जमा रकम ) जमा किए, रकम कार्य पूरा होने के पहले ही अापस में मिलीभगत से निकालकर प्रशासन के साथ ठगी की।
9 विविध कार्यों का ठेका लिया था
शिकायर्ता अभियंता संजीव ने पुलिस को बताया कि आरोपी रोशन, कांचन और पंजाबराव पाटील ने अपनी संस्था के माध्यम से सदर स्थित जिला परिषद जलापूर्ति विभाग नागपुर ग्रामीण के साथ 12 दिसंबर 2017 से 25 मई 2021 के बीच धोखाधड़ी की। आरोपियों ने ऑनलाइन टेंडर के माध्यम से 9 विविध कार्यों का ठेका अपनी संस्था के मार्फत लिया। आरोपियों ने ठेके का कार्य पूरा बिना किए ही जो जमानत रकम बैंक में रखी थी वह प्रशासन को बिना पूर्व सूचना दिए ही निकालकर प्रशासन के साथ ठगी की। इस मामले में संजीव हेमके की शिकायत पर सदर थाने के उपनिरीक्षक आर.आर. महिपाले ने तीनों आरोपियों पर मामला दर्ज किया है।
Created On :   25 Aug 2021 2:32 PM IST