सरकारी अस्पतालों में मांजे से जख्मी हुए 11 लोग पहुंचे
डिजिटल डेस्क, नागपुर। रविवार को नायलॉन मांजे के कारण 11 लोग जख्मी हुए। मेडिकल व मेयो में उनका उपचार किया गया। वहीं, निजी अस्पतालों में जख्मी होकर पहुंचने वालों की संख्या दोगुनी होने का अनुमान व्यक्त किया गया है। प्रशासन नाममात्र कार्रवाई कर छोड़ देता है प्रतिबंध होने के बावजूद शनिवार और रविवार को लोगों ने नायलॉन मांजे से ही पतंगबाजी की। असर यह हुआ कि रविवार को कुल 11 लोग मांजे से जख्मी हुए। शनिवार को यह संख्या 4 थी। सूत्रों के अनुसार, हर साल समय पर प्रशासन जागता है, तब तक मांजा शौकीनों तक पहुंच चुका होता है। मांजे के कारण कई दर्दनाक हादसे सामने आए हैं। प्रशासन का अलग-अलग विभाग नाममात्र कार्रवाई कर इसके आयात-निर्यात करने वालों को छोड़ देता है।
पतंग उड़ाते समय बच्चा गिरा, पैर में चोट : रविवार को मेडिकल में मांजे से जख्मी 6 लोगों का उपचार किया गया। इनमें किसी की अंगुली, तो किसी का चेहरा और किसी के हाथ व पैर में जख्म थे। मेयो में यह संख्या 5 बताई गई है। तुरंत उपचार कर छुट्टी दे दी गई। सूत्रों ने अनुमान व्यक्त किया कि सरकारी के मुकाबले निजी अस्पतालों में यह संख्या दोगुनी हो सकती है। कारण यह है कि लोग अपने घर के आस-पास जो अस्पताल होते हैं, वहां पहले जाते हैं। मांजे से जख्मी होने वालों की संख्या यही बताती है। इस बीच, जानकारी के अनुसार, पतंग उड़ाते समय एक 8 साल का बच्चा गिर गया। उसके पैर में गंभीर चोट आई है। उसे मेडिकल में उपचारार्थ रखा गया है।
Created On :   16 Jan 2023 10:06 AM IST