एक के बाद एक 11 मकानों को किया धराशायी

11 houses demolished one after the other
एक के बाद एक 11 मकानों को किया धराशायी
हाथियों का आतंक एक के बाद एक 11 मकानों को किया धराशायी

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। ओड़िसा से छत्तीसगढ़ होते हुए गड़चिरोली जिले के धानोरा तहसील में दाखिल हुए जंगली हाथियों का झुंड एक बार फिर आक्रामक हो गया है।  झुंड  ने येरकड़ क्षेत्र के ग्राम अर्जुनी में प्रवेश कर खूब उत्पात मचाया और  एक के बाद एक ऐसे कुल 11 मकानों को नेस्तनाबूत कर दिया। इनमें से 4 घर पूरी तरह धराशायी हो गए। हाथियों के उत्पात से ग्रामीण  दहशत में हैं। समूचे ग्रामवासियों ने रात पूरी तरह जागकर काटी। घटना की जानकारी मिलते ही  वन अमला अर्जुनी पहुंचकर पंचनामा के कार्य में जुट गया है। बता दें कि, एक माह पूर्व जंगली हाथियों के इस झुंड ने मुरूमगांव वन परिक्षेत्र के तहत आने वाले येरकड़ परिसर के जंगल में प्रवेश किया। इस क्षेत्र में अधिक मात्रा में पेड़ और तालाब उपलब्ध होने से हाथियों ने क्षेत्र में अपना डेरा जमा लिया है।   झुंड ने अर्जुनी गांव में प्रवेश किया। 

ग्रामीणों को हाथियों के प्रवेश की जानकारी मिलते ही लोगों ने हाथियों को खदेड़ने की पुरजोर कोशिश की लेकिन हाथियों ने एक के बाद एक मकानों को ध्वस्त करना शुरू कर दिया। गांव के कुल 11 मकानों को क्षति पहुंचायी, जिसमें से कुल 4 घर पूरी तरह तहस-नहस हो गए हैं। काफी  देर तक हाथियों ने गांव में उत्पात मचाया। ग्रामीणों द्वारा जगह-जगह अलाव जलाने के बाद हाथी के झुंड ने जंगलों की ओर प्रस्थान किया।  

ओड़िसा के हीराकुंड डैम से राह भटका झुंड 
 पत्र परिषद में गड़चिरोली वनविभाग के उपवनसंरक्षक डा. कुमारस्वामी ने बताया कि, इस झुंड में 18 से 22 की संख्या में हाथी मौजूद हैं। यह झुंड ओड़िसा राज्य के हीराकुंड डैम परिसर से राह भटकते हुए गड़चिरोली जिले के जंगलों में दाखिल हुआ है। इस झुंड में 9 मादा हाथी के साथ 3 छोटे हाथी, 1 नर हाथी और 5 छोटे मादा हाथियों का समावेश है। आमतौर पर हाथियों के एक झुंड को विचरण करने के लिए 5 हजार हेक्टेयर क्षेत्र की जरूरत होती है। अब तक जिले के डेढ़ हजार हेक्टेयर क्षेत्र पर इस झुंड ने विचरण किया है। झुंड के हाथियों ने तीन वर्षों तक छत्तीसगढ़ राज्य में भी विचरण किया है। क्षेत्र के किसानों को अब तक 4 लाख रुपए तक का फसल नुकसान मुआवजा प्रदान किया गया है। वहीं क्षतिग्रस्त मकानों का प्रस्ताव सरकारी स्तर पर पेश किया गया है। हािथयों पर निगरानी रखने के लिए विभाग का एक दल चौबीस घंटे यहां तैनात किया गया है। नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील भी उन्होंने इस समय की। 

Created On :   17 Nov 2021 2:46 PM IST

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