मध्यप्रदेश उत्सव: पहले दिन कलापिनी कोमकली ने दी शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति

पहले दिन कलापिनी कोमकली ने दी शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति
  • दिल्ली में मध्यप्रदेश उत्सव का शुभारंभ
  • पहले दिन कलापिनी कोमकली ने दी शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति
  • दूसरे दिन ओडिसी नृत्यांगना बिंदु जुनेजा के नृत्य की प्रस्तुति होगी

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश भवन में आयोजित ‘मध्यप्रदेश उत्सव’ की सांस्कृतिक संध्या में पहले दिन कलापिनी कोमकली ने देवास के शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति दी। उन्होंने राग पुरिया धनाश्री, पूर्वी थाट, रागदेश, राग मल्हार सहित निर्गुण और लोक भजनों की प्रस्तुति दी, जिसमें समूह के सदस्य रामेंद्र सिंह सोलंकी ने तबला, चेतन निगम ने हारमोनियम, कृष्ण ने मंजीरा, वर्षा और वैशाली ने वीणा पर संगत दी।

कोमकली भारतीय शास्त्रीय संगीत की प्रतिभावान कलाकार हैं और प्रतिष्ठित संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित हैं। वे कुमार गांधर्व की सुपुत्री भी हैं। उल्लेखनीय है कि 30 अगस्त से 2 सितंबर, 2024 के बीच आयोजित 'मध्यप्रदेश उत्सव' में प्रतिदिन सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा।

सांस्कृतिक कार्यक्रम

चार-दिवसीय मध्यप्रदेश उत्सव में दूसरे दिन सुप्रसिद्ध ओडिसी नृत्यांगना बिंदु जुनेजा के ओडिसी नृत्य की प्रस्तुति होगी। तीसरे दिन मैहर घराने की नलतरंग सहित अन्य परंपरागत वाद्य-यंत्रों के माध्यम से वाद्य वृन्द का प्रस्तुतीकरण होगा। आंचलिक कलाकारों द्वारा आखिरी दिन 2 सितम्बर को लोकगायन की प्रस्तुति होगी, जिसमे शशिकुमार पांडेय द्वारा रीवा के बघेली लोक गायन तथा आलोचना मांगरोले द्वारा खंडवा के निमाड़ी लोक गायन सम्मिलित है।

Created On :   30 Aug 2024 5:12 PM GMT

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