पेपर लीक मामला: पुलिस सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले का मास्टरमाइंड गिरफ्तार, काफी दिनों से रवि अत्रि के तलाश में थी यूपी एसटीएफ

पुलिस सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले का मास्टरमाइंड गिरफ्तार, काफी दिनों से रवि अत्रि के तलाश में थी यूपी एसटीएफ
  • यूपी पुलिस सिपाही भर्ती पेपर लीक में बड़ी सफलता
  • पेपर लीक का मास्टरमाइंड रवि अत्रि गिरफ्तार
  • पुलिस कर रही है पूछताछ

डिजिटल डेस्क, मेरठ। पुलिस सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में यूपी की एसटीएफ टीम को बड़ी सफलता मिली है। प्रदेश की एसटीएम टीम ने पेपर लीक के मास्टरमाइंड रवि अत्रि को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम ने गौतम बुद्ध नगर से गिरफ्तार किया है। टीम ने आरोपी का फोन भी बरामद किया है। रवि अत्रि के मोबाइल की जांच और पेपर लीक मामले पर उससे पूछताछ की जा रही है। जानाकरी के मुताबिक गौतम बुद्ध नगर निवासी रवि अत्रि ने यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक करवाकर उसे कई गैंगों को लाखों रुपये में बेचे थे।

रीवा और गुरूग्राम में हजारों अभ्यार्थियों को पढ़ाया

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पेपर लीक मामले का मास्टरमाइंड रवि अत्रि ने अपने साथियों के साथ मिलकर इस काम को अंजाम दिया था। रवि और उसके साथियों ने हजारों अभ्यार्थियों को यह पेपर पढ़ाया भी था। उसने रीवा और गुरुग्राम के मानेसर में अभ्यार्थियों को पढ़ाने के लिए दो रिसोर्ट बुक किए थे। बता दें मामले की जांच कर रही एसटीएफ टीम ने इससे पहले भी कई आरोपियों को दबोचा है। पेपर लीक का खुलासा होने के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भर्ती परीक्षा रद्द करने का ऐलान किया था। एसटीएफ की मेरठ टीम ने अब तक कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपियों में शामिल अभिषेक शुक्ला और राजीव नयन मिश्रा की गिरफ्तारी करने में सफल एसटीएफ टीम के गिरफ्त में डॉ. शरत सिंह और दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल विक्रम सिंह पहल नहीं आ पाए हैं। इस गिरोह में इन दो आरोपियों की भी अहम भूमिका है।

रद्द कर दी गई थी भर्ती परीक्षा

गौरतबल है कि फरवरी महीने के अंत में सिपाही परीक्षा पूरी होने के एक हफ्ते के अंदर ही राज्य सरकार ने भर्ती परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया था। अभ्यार्थियों के प्रदर्शन के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था, "आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर चयन के लिए आयोजित परीक्षा-2023 को निरस्त करने तथा आगामी 6 माह के भीतर ही पुन: परीक्षा कराने के आदेश दिए हैं। परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। युवाओं की मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी दशा में बख्शे नहीं जाएंगे। ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होनी तय है।"

Created On :   10 April 2024 1:36 PM IST

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