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ट्रेन में यात्रियों के बुरे हाल, 70 की क्षमता, 250 कर रहे सफर
- दम घुटने से एक यात्री मौत
- गर्मी की छुटि्टयों और शादी सीजन से ट्रेनें फुल
- टॉयलेट तक जाने की जगह नहीं
डिजिटल डेस्क, नागपुर। रेल गाड़ियों में इन दिनों जनरल बोगी में यात्री शौचालय में सफर करने के लिए मजबूर हैं। 70 से 75 यात्रियों की क्षमता रखने वाली बोगियों में दो से ढाई सौ से तक यात्री यात्रा कर रहे हैं। स्लीपर कोच में भी पैर रखने की जगह नहीं मिल रही है। जनरल कोच में यात्रियों को दम घुट रहा है। गौरतलब है कि गुरुवार को एक यात्री की ट्रेन के शौचालय में मौत हो गई थी। प्राथमिक तौर पर यात्री की मौत गर्मी व दम घुटने से होने की बात कही जा रही है। शुक्रवार को भास्कर ने जब स्टेशन पर कुछ गाड़ियों का जायजा लिया, तो स्थिति काफी खराब नजर आई।
स्लीपर में वेटिंग टिकट वालों का कब्जा : गर्मी की छुट्टियां लगते ही लोगों का गाड़ियों में आवागमन बढ़ गया है। शादी-ब्याह में शामिल होने और पर्यटन की दृष्टि से लोग यात्रा कर रहे हैं। छोटे बच्चे और बुजुर्गों के हाल बुरे हो रहे हैं। स्लीपर बोगियों में वेटिंग टिकट वालों की इतनी भीड़ हो रही कि कर्न्फम टिकट वालों को बोगी में चढ़ने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। किसी तरह बोगी के अंदर प्रवेश कर गए, तो सीट पर कोई और कब्जा किए रहता है। सीट खाली करवाने में भी विवाद हो रहे हैं। ऐसे में स्लीपर बोगी भी जनरल बोगी बनकर रह गई है।
पानी के लिए तरस रहे लोग : करीब 70 सीट की क्षमता वाली बोगी में ढाई सौ तक यात्री सफर कर रहे हैं। बोगी में बैठे कुछ यात्रियों ने बताया कि इस भीषण गर्मी और भीड़ के कारण सांस लेना मुश्किल हो रहा है। टॉयलेट जाने के लिए भी जगह ही नहीं मिल रही है, क्योंकि उसमें भी यात्री खड़े हैं। यात्री पानी के लिए स्टेशन पर नहीं उतर पा रहे हैं। गर्म हवा के कारण यात्रियों की तबीयत खराब हो रही है।
भारी भीड़ से दम घुट रहा : शुक्रवार की शाम 5 बजे के बाद नागपुर रेलवे स्टेशन पर आमला पैसेंजर आई, जिसमें इतने यात्री बैठे थे कि बाहर से दूसरा यात्री प्रवेश ही नहीं कर पा रहा था। इसके बाद ट्रेन नंबर 12833 अहमदाबाद-हावड़ा एक्स. प्लेटफार्म नंबर-1 पर 6.30 बजे आई। इस गाड़ी के स्लीपर में चढ़ने के लिए महिलाओं और बच्चों का बुरा हाल था। नागपुर से चढ़ने वाले यात्री भीतर जा ही नहीं पा रहे थे। जनरल बोगियों के हाल और भी खराब थे। गाड़ी के शौचालय के बाहर और अंदर इतने लोग थे कि कोई शौचालय जाने की सोच भी नहीं सकता था। बोगी के अंदर भट्ठी जैसा तप रहा था। कुछ ऐसा ही हाल 12859 गीतांजलि एक्सप्रेस, 12791 सिकंदराबाद-दानापुर एक्सप्रेस, 12152 राप्तीसागर एक्सप्रेस, 12295 संघमित्रा एक्सप्रेस के हाल देखने को मिले।
Created On :   20 May 2023 2:31 PM IST