Satna News: बुजुर्ग की हत्या का खुलासा, दूसरे बेटे की पत्नी और बेटी के करीबी ने उतारा था मौत के घाट

बुजुर्ग की हत्या का खुलासा, दूसरे बेटे की पत्नी और बेटी के करीबी ने उतारा था मौत के घाट
  • पुलिस ने 400 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों को खंगाल
  • छानबीन के बाद आरोपी तक पहुंचने में कामयाब हुई पुलिस
  • मुकेश यादव और प्रवीण तिवारी ने अहम भूमिका निभाई

Satna News: कोलगवां थाना क्षेत्र के रामस्थान में 85 वर्षीय वृद्ध की अंधी हत्या का खुलासा कर पुलिस ने रीवा से कम्प्यूटर सॉफ्ट के संचालक को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी आशुतोष गुप्ता ने हत्याकांड से पर्दा उठाते हुए बताया कि बीते 8 दिसंबर को शाम करीब 5 बजे विष्णु प्रताप सिंह 56 वर्ष, निवासी रामस्थान अपने पुस्तैनी घर से खाना लेकर पिता भगत सिंह 85 वर्ष, को देने नए मकान पर आया, तो कमरे के अंदर उनकी खून से लथपथ लाश मिली। बुजुर्ग के गले में धारदार हथियार से वार करने के साथ प्राइवेट पार्ट को भी काटकर अलग कर दिया गया था। इस घटना की सूचना मिलने पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच प्रारंभ की गई।

घर में लगी तीसरी आंख से मिला सुराग

ब्लाइंड मर्डर की पड़ताल की शुरुआत में ही पुलिस को मृतक के घर में लगे सीसीटीवी कैमरे से अहम सुराग मिल गया, जिसमें घटना के शाम को ही 4 बजे के लगभग पल्सर मोटरसाइकिल से एक युवक घर के बाहर आकर रुका, जिसने सफेद कुर्ता-पायजामा और काले रंग की जैकेट के साथ पैर में जूते, हाथ में ग्लब्स, हाथ में चश्मा और सिर पर हेलमेट पहन रखा था। उसने एक हाथ में नीले रंग की पॉलीथिन भी पकड़ रखी थी। बाइक से उतरकर उक्त युवक बुजुर्ग से कुछ बातचीत करता, जिसके बाद वह अंदर चले जाते हैं। पीछे-पीछे संदिग्ध भी घुस जाता है और कुछ मिनट के पश्चात अकेले ही बाहर निकलकर बाइक से चला जाता है। इस रिकार्डिंग में सिर में हेलमेट और चश्मे के बावजूद उसका चेहरा नजर आ जाता है, जिसे मृतक के परिजन और ग्रामीणों को दिखाया गया, लेकिन कोई नहीं पहचान पाया।

तब हाथ आया आरोपी

तब जांच का दायरा बढ़ाते हुए अलग-अलग जिलों में टीम भेजने के अलावा 400 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले गए और मोबाइल की लोकेशन निकाली गई, तो मुखबिरों का भी सहारा लिया गया। नतीजतन कैमरे में दिखे युवक की शिनाख्त रीवा जिले के चोरहटा थाना अंतर्गत ग्राम रहट निवासी शैलेन्द्र सिंह पुत्र अमोल सिंह पटेल 33 वर्ष, से मिलान खाने की जानकारी दी,जो कि रीवा शहर के शिल्पी प्लाजा स्थित बी-ब्लाक में कम्प्यूटर वर्ड नाम से दुकान संचालित करता है। लिहाजा पुलिस टीम ने दबिश देकर युवक को हिरासत में ले लिया, जिसने लंबी पूछताछ के बाद हत्या का जुर्म स्वीकार कर लिया।

मां-बेटी की बातें सुनकर बनाया प्लान

गिरफ्त में आने के बाद आरोपी ने खुलासा किया कि भगत सिंह के तीन बेटे हैं, जिनमें से बीच वाले पुत्र लवकेश सिंह अपनी पत्नी शांति सिंह और बेटी मनीषा के साथ काफी सालों से रीवा जिले के दादर गांव में रहने लगे हैं। लगभग 5 वर्ष पहले लवकेश से मुलाकात के बाद उनके घर आना-जाना हो गया था। पत्नी और बेटी से भी बातचीत होने लगी। डेढ़ साल पहले मनीषा को कैंसर होने की बात पता चली तो इलाज में मदद करने लगा और कई बार दवा कराने मुंबई भी ले गया। इतना ही नहीं जेपी मोड़ स्थित फ्लैट में रहकर उसकी देखभाल करता था। मेल-मुलाकात बढ़ने पर मनीषा की मां ने बताया कि शादी के बाद ससुराल में ससुर भगत सिंह ने 3-4 बार अश्लील हरकत की, जिससे परेशान होकर वह मायके में रहने लगी थी। ससुर किसी भी तरह से उनके परिवार की मदद नहीं करते थे, यहां तक कि खेती से होने वाली आय छोटी बहू को दे देते थे। मां-बेटी की स्थिति और उनकी बातें सुनकर शैलेन्द्र को भगत सिंह पर काफी गुस्सा रहने लगा।

पहले इलाके का मुआयना, फिर किया कत्ल

ऐसे में उसे सबक सिखाने का मन बनाकर 1 दिसंबर को रेकी करने के इरादे से रामस्थान आया और घर समेत आने-जाने के रास्ते देखकर लौट गया। फिर 8 दिसंबर को पॉलीथिन में चाकू लेकर हत्या के इरादे से वापस आया और दरवाजे पर पहुंचकर वीर बहादुर सिंह का पता पूछने के बहाने यह जान लिया कि घर में बुजुर्ग अकेला है, तब उसने पीने के लिए पानी मांगा और झूठ-मूठ ही लोटे में कचरा होने की बात कहकर पानी गिरा दिया। ऐसे में जब भगत सिंह दोबारा पानी लेने के लिए अंदर गए तो वह भी पीछे-पीछे पहुंच गया और चाकू से गला रेतने के साथ प्राइवेट पार्ट काटकर फेंक दिया। हत्या कर चाकू पॉलीथिन में डालकर बाइक से रीवा लौट गया। आरोपी ने इस हत्याकांड की योजना से मृतक की बहू और नातिन के अंजान होने का दावा किया। उसके कब्जे से वारदात में प्रयुक्त चाकू और बाइक जब्त कर ली गई है।

टीम को 10 हजार का इनाम

कत्ल की गुत्थी सुलझाने वाली टीम को एसपी ने 10 हजार का इनाम देने की घोषणा की है। इस दल में एएसपी शिवेश सिंह बघेल, सीएसपी महेन्द्र सिंह चौहान, वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. महेन्द्र सिंह, कोलगवां टीआई सुदीप सोनी, साइबर सेल के इंस्पेक्टर विजय सिंह, रामपुर टीआई संदीप चतुर्वेदी, बाबूपुर चौकी प्रभारी दशरथ सिंह, साइबर सेल के एसआई अजीत सिंह, एएसआई दीपेश कुमार, प्रधान आरक्षक बृजेश सिंह, वाजिद खान, अंकित सिंह, सतेन्द्र सिंह, अभिषेक पांडेय, अमर सिंह, आरक्षक राकेश कश्यप, प्रतीक सिंह, अल्का पांडेय, धर्मेन्द्र गुर्जर, उपेश पाठक, मुकेश यादव और प्रवीण तिवारी ने अहम भूमिका निभाई।

Created On :   16 Dec 2024 9:20 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story