Delhi News: साइबर खतरे से आगाह कराती साइबर थ्रेट रिपोर्ट-2025
- 8.44 मिलियन डिवाइसों (एंडपॉइंट्स) पर 369 मिलियन मैलवेयर मौजूद
- मैलवेयर से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं तेलंगाना और तमिलनाडु
Delhi News भारत में इस समय 8.44 मिलियन डिवाइसों (एंडपॉइंट्स) पर 369 मिलियन मैलवेयर मौजूद हैं, जो साइबर सुरक्षा में लग रही सेंध की गंभीरता को दर्शाते हैं। इसका खुलासा सेक्राइट द्वारा आयोजित 19वें नैसकॉम डीएससीआई एनुअल इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी समिट में पेश ‘इंडिया साइबर थ्रेट रिपोर्ट -2025’ में हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक खास बात यह कि 85 प्रतिशत डिटेक्शन सिग्नेचर आधारित तरीकों पर आधारित थे, जबकि 15 प्रतिशत व्यवहार आधारित डिटेक्शन के जरिए आए। रिपोर्ट के मुताबिक देश में तेलंगाना, तमिलनाडु और दिल्ली मैलवेयर से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य हैं।
यह रिपोर्ट साइबर सुरक्षा में सतर्कता की जरूरत पर भी बल देती है। इस रिपोर्ट में मैलवेयर उपश्रेणियों को विभाजित किया गया है, जिसमें ट्रोजन 43.38 प्रतिशत डिटेक्शन के साथ सबसे आगे है। उसके बाद 34.23 प्रतिशत पर इन्फेक्टर्स हैं। एंड्रॉइड बेस्ड सिक्योरिटी डिटेक्शन से खतरों के एक चिंताजनक विवरण से पता चलता है, जिसमें मैलवेयर सभी डिटेक्शन का 42 प्रतिशत हिस्सा है। इसके बाद पोटेंशियली अनवांटेड प्रोग्राम 32 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ दूसरे सबसे आम खतरे के रूप में सामने आते हैं। एंड्रॉइड डिवाइस में एडवेयर 26 प्रतिशत डिटेक्शन शामिल रहा।
कंपनियों के सुरक्षातंत्र की मजबूती है जरूरी : क्विक हील टेक्नोलॉजी के सीईओ विशाल साल्वी ने कहा कि ‘इंडिया साइबर थ्रेट रिपोर्ट -2025’ के लॉन्च कंपनियों के सामने आने वाले नए साइबर सुरक्षा चुनौतियों और उसके समाधान का हल ढूंढने की दिशा में बढ़ना है। उन्होंने कहा कि ये सॉल्यूशन केवल खतरों का जवाब देने के लिए ही नहीं है, बल्कि उनका पूर्वानुमान लगाने का भी काम करते हैं। डेटा सिक्योरिटी काउंसिल ऑफ इंडिया के सीईओ विनायक गोडसे ने कहा कि यह रिपोर्ट न केवल वर्तमान साइबर सुरक्षा वातावरण की महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करती है, बल्कि कंपनियों को उनके सुरक्षातंत्र को मजबूत करने के लिए कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी भी प्रदान करती है।
Created On :   4 Dec 2024 6:46 PM IST