बड़ी छापेमारी: करोड़पति सीएमओ...दो दुकान दो मकान, घर में मिली महंगी कारें, आय से 220 फीसदी अधिक संपत्ति का खुलासा
- करोड़पति सीएमओ की आय से अधिक संपत्ति का खुलासा
- महिला सीएमओ के खिलाफ आगे की जांच हुई शुरु
- वारासिवनी सीएमओ के पद पर तबादला हुआ था
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। जबलपुर ईओडब्ल्यू की टीम ने गुरुवार को छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट में एक साथ दबिश देते हुए करोड़पति सीएमओ की आय से अधिक संपत्ति का खुलासा किया। महज दस सालों में शहर के पॉश इलाके में दो मकान, दो दुकान खरीदते हुए वारासिवनी में पदस्थ महिला सीएमओ ने अकूत संपत्ति बनाई। ईओडब्ल्यू ने 2.5 करोड़ (आय से 220 प्रतिशत अधिक) की अवैध संपत्ति उजागर की है। एफआईआर पंजीबद्ध करते हुए महिला सीएमओ के खिलाफ आगे की जांच शुरु की गई।
गुरुवार सुबह जबलपुर ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने बालाघाट के वारासिवनी और सिवनी नगर पालिका का प्रभार संभाल रही महिला सीएमओ दिशा डेहरिया के आवास पर दबिश दी। सिवनी, बालाघाट और छिंदवाड़ा में अलग-अलग टीम ने एक साथ कार्रवाई करते हुए छिंदवाड़ा में दो मकान, दो दुकान सहित दो महंगी कारें बरामद की है। शुरुआती जांच में 2.5 करोड़ की आय से अधिक संपत्ति का खुलासा ईओडब्ल्यू ने किया। देर रात तक ईओडब्ल्यू की एक टीम सिवनी में जांच कर रही थी। छापामार कार्रवाई के बाद तीन जिलों के नगरीय निकाय में हडक़ंप मचा हुआ था। दरअसल, छिंदवाड़ा डूडा कार्यालय में पदस्थापना के दौरान भी महिला सीएमओ के खिलाफ शिकायतें हुई थी। जबलपुर ईओडब्ल्यू ने महिला सीएमओ के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम 1988 के तहत 13(1),13(2) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है।
डूडा के अलावा चांद, हर्रई सीएमओ रह चुकी है दिशा डेहरिया
छिंदवाड़ा डूडा कार्यालय में पदस्थापना के अलावा महिला सीएमओ चांद और हर्रई में भी प्रभारी सीएमओ के पद पर कार्य कर चुकी है। इस दौरान हर्रई में भुगतान को लेकर भी महिला सीएमओ सुर्खियों में आई थी। छिंदवाड़ा की चांद नगरीय निकाय से बालाघाट के वारासिवनी सीएमओ के पद पर तबादला हुआ था। हाल ही में सिवनी सीएमओ का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।
नियुक्ति को लेेकर भी हुआ था विवाद
हर्रई सीएमओ पद पर नियुक्ति पर दिशा डेहरिया को लेकर विवाद हुआ था। शिकवा शिकायतें भोपाल तक हुई। 31 जुलाई 2019 में कलेक्टर को पदनाम की गलत जानकारी देकर हर्रई सीएमओ का प्रभार ले लिया गया था। नियम थे कि राजस्व उपनिरीक्षक स्तर के कर्मचारी को प्रभारी सीएमओ बनाया जा सकता है, लेकिन दिशा डेहरिया सहायक उपनिरीक्षक थी। कलेक्टर को गलत जानकारी देने की वजह से दो महीने बाद ही इन्हें हर्रई से हटाकर छिंदवाड़ा डूडा कार्यालय अटैच कर दिया गया।
कहां मिली कितनी संपत्ति
- चंदनगांव हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी में 1500 वर्गफीट का मकान
- विवेकानंद कॉलोनी में 3 हजार वर्गफीट का मकान
- नागपुर रोड हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी में एक दुकान।
- नागपुर रोड में जेके जींस शॉप की एक दुकान।
- दो चार पहिया वाहन एक ईको स्पोर्ट्स और एक क्रेटा वाहन
- तीन दोपहिया वाहन
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मामला पंजीबद्ध करने के बाद भी इस प्रकरण में ईओडब्ल्यू द्वारा छापामार कार्रवाई के बाद मिले आभूषण, मकान, दस्तावेज, बैंक खाते के अलावा घरेलू सामान और दुकान का सामान, सोने चांदी के जेवर की कुल कीमत का अनुमान लगा रही है। आय से अधिक संपत्ति का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है।
ये थे छापामार कार्रवाई में शामिल
ईओडब्ल्यू जबलपुर द्वारा की गई कार्रवाई में एव्ही सिंह, प्रेरणा पांडेय, कीर्ति शुक्ला, छविकांती आर्मो, स्वर्णजीत सिंह धामी, लक्ष्मी यादव, विशाखा तिवारी, मुकेश खंपरिया शामिल थे।
Created On :   30 Jan 2025 9:40 PM IST