Chhindwara News: कलेक्टर के आदेश की अनदेखी, जिला अस्पताल में अभी भी खड़ी हो रही प्राइवेट एम्बुलेंस
- शनिवार को निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने व्यवस्था बनाने दिए थे निर्देश
- प्राइवेट एम्बुलेंस खड़ी करने की जगह बदली
- मरीजों को बरगलाकर निजी अस्पताल में कर रहे शिफ्ट
Chhindwara: जिला अस्पताल के निरीक्षण पर आए कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने अस्पताल प्रबंधन को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि परिसर में प्राइवेट एम्बुलेंस खड़ी नहीं होने दी जाए। यदि एम्बुलेंस परिसर के अंदर खड़ी मिलती है, तो पुलिस की मदद से उसे जब्त कराई जाए। कलेक्टर के आदेश को दो दिन बीत गए है लेकिन अभी तक इस पर अमल नहीं हो पाया है। अभी भी निजी एम्बुलेंस अस्पताल परिसर में ही खड़ी हो रही है।
बड़ी बात तो यह है कि प्राइवेट एम्बुलेंस चालक अस्पताल प्रबंधन के अधिकारियों पर भारी पड़ रहे है। पहले भी कई बार इस तरह के आदेश जारी किए गए, लेकिन निजी एम्बुलेंस परिसर से बाहर नहीं निकाली जा सकी। अब कलेक्टर के आदेश की भी अनदेखी की जा रही है।
प्राइवेट एम्बुलेंस खड़ी करने की जगह बदली-
प्राइवेट एम्बुलेंस चालकों ने गाड़ी खड़ी करने की जगह बदल ली है। अब एम्बुलेंस नई बिल्डिंग के पिछले हिस्से में मच्र्युरी के सामने, गेट नम्बर एक के पास पुरानी ओपीडी परिसर और सब स्टेशन के आसपास खड़ी की जा रही है। वाहन ठेकाकर्मी भी प्राइवेट एम्बुलेंस को बेरोकटोक परिसर में जाने देते है।
मरीजों को बरगलाकर निजी अस्पताल में कर रहे शिफ्ट-
प्राइवेट एम्बुलेंस चालक शहर मेंं संचालित निजी अस्पतालों के एजेंट के रूप में काम करते है। खासकर रात के वक्त सक्रिय एम्बुलेंस चालक अस्पताल में घूमते है। रात के वक्त आने वाले मरीज के परिजनों को सरकारी अस्पताल में बेहतर इलाज न मिलने का हवाला देकर बरगलाकर निजी अस्पतालों में शिफ्ट कराते है। हर मरीज का उन्हें मोटा कमीशन भी मिलता है।
क्या कहते हैं अधिकारी-
प्राइवेट एम्बुलेंस चालकों को निर्देश दिए गए है कि वे परिसर में वाहन ना खड़ा करें। आदेश की अव्हेलना कर रहे चालकों के वाहन को पुलिस की मदद से जब्त कराई जाएगी।
- डॉ.हर्षवर्धन कुड़ापे, आरएमओ, जिला अस्पताल
Created On :   22 Oct 2024 9:57 AM IST