दुखद हादसा: मां के साथ जमीन पर सो रहे भाई-बहन को सांप ने डंसा, बहन की मौत, भाई गंभीर

मां के साथ जमीन पर सो रहे भाई-बहन को सांप ने डंसा, बहन की मौत, भाई गंभीर
  • यह घटना चौरई के धनौरा गोसाई की है
  • प्राथमिक इलाज के बाद नागपुर रेफर किया
  • दूसरी घटना में युवक की सर्पदंश से मौत

छिंदवाड़ा। चौरई के धनौरा गोसाई में गुरुवार-शुक्रवार दरमियानी रात एक दुखद हादसा सामने आया। यहां मां के साथ जमीन पर बिस्तर बिछाकर सो रहे भाई-बहन को सांप ने डंस लिया। भाई-बहन को जिला अस्पताल लाया गया। जहां 8 वर्षीय बहन की मौत हो गई। 11 वर्षीय भाई की हालत गंभीर है। प्राथमिक इलाज के बाद उसे नागपुर रेफर किया गया है।

दूसरी घटना बनगांव की है। यहां एक युवक को सांप ने डंस लिया। परिजनों ने उसे जिला अस्पताल लाया। जहां चिकित्सकों ने युवक को मृत घोषित कर दिया। इस तरह की घटना चेताने वाली भी है। बारिश के दिनों में जमीन पर बिस्तर बिछाकर सोने से बचे, अक्सर पानी से बचने सुरक्षित स्थान की तलाश में सांप घरों में घुस आते है और इस तरह की घटना होती है। विगत दो माह में दर्जनों सर्पदंश के मामले सामने आ चुके हैं।

रात 3 बजे बेटे की चीख से खुली नींद

बच्चों की मां बालकुमारी चंद्रवंशी ने पुलिस को बताया कि रात लगभग 3 बजे 11 वर्षीय बेटा राम चीख कर नींद से उठा। राम के कान में सांप ने डंसा था। राम के बाद बेटी 8 वर्षीय रानी चंद्रवंशी ने भी कान में दर्द बताया। जब देखा तो रानी के कान में भी सर्पदंश के निशान दिखे। दोनों को जिला अस्पताल लाया गया। यहां चिकित्सकों ने रानी को मृत घोषित कर दिया। राम को नागपुर रेफर किया गया है। विडम्बना यह है कि बालकुमारी आठ साल पहले पति शनित चंद्रवंशी को भी खो चुकी है।

सांप ने दो बार युवक के पैर में डंसा

धरमटेकड़ी चौकी पुलिस ने बताया कि बनगांव निवासी 35 वर्षीय अर्जुन पिता बहादुर उईके अन्य लोगों के साथ गुरुवार सुबह खेत में खाद डालने गया था। खेत में काम करते वक्त अर्जुन के पैर पर सांप ने दो बार डंस लिया था। उसे जिला अस्पताल लाकर प्राथमिक इलाज के बाद झाडफ़ूंक के लिए गांव ले गए थे। हालत गंभीर होने पर शुक्रवार सुबह अर्जुन को जिला अस्पताल दोबारा लाया जा रहा था, रास्ते में उसने दम तोड़ दिया।

रहें सावधान, जमीन पर न सोएं... डेढ़ माह में 22 की मौत

मानसून की दस्तक के साथ ही सर्पदंश का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में सावधान रहें और जमीन पर न सोएं। सर्पदंश की घटनाएं अधिकतर ग्रामीण इलाकों में सामने आती है। जून और जुलाई माह में अभी तक 22 लोगों की सर्पदंश से मौत हो चुकी है। पचास से अधिक लोग सर्पदंश की वजह से जिला अस्पताल में इलाज करा है।

डॉक्टर की सलाह... झाड़फूक पर न करें भरोसा

यह एक बड़ी विडम्बना है कि ग्रामीण इलाकों में सांप के डंसने पर लोग चिकित्सकीय इलाज से पहले ओझा और भुमका के पास जाते है। झाड़फूक से होने वाली देरी और समय पर इलाज न मिलने से अक्सर लोगों की जान चली जाती है। एमडी मेडिसिन डॉ.मनीष गठोरिया का कहना है कि झाडफ़ूंक पर भरोसा न करें और समय पर चिकित्सकीय इलाज कराएं। तभी मरीज की जान बचाई जा सकती है।

Created On :   20 July 2024 5:46 AM GMT

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