कोरोनावायरस का असर: एसवी सुनील ने कहा, लॉकडाउन में इंग्लिश क्लासेस लीं और किताबें पढ़ीं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दो महीने तक अभ्यास से दूर रहने के बाद भारतीय पुरुष हॉकी टीम के अनुभवी खिलाड़ी एसवी सुनील ने कहा है कि वह भाग्यशाली थे कि इस लॉकडाउन में वो भारतीय खेल प्राधिकरण के बेंगलुरू केंद्र में थे। कोरोनावायरस को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन में खिलाड़ी बाहर जाकर अभ्यास नहीं कर सकते थे। सुनील ने बताया कि इस दौरान उन्होंने अपने आप को व्यस्त रखने के लिए क्या क्या किया।
सुनील ने आईएएनएस से कहा, शारीरिक तौर पर फिट रहने से फायदा यह होता है कि आप मानसिक तौर पर भी फिट रहते हैं। हमारी पूरी टीम का लक्ष्य था कि हम अपनी फिटनेस को बनाए रखें और इस मुश्किल समय में जो कर सकते हैं वो करें। उन्होंने कहा, हमारे साइंटिफिक एडवाइजर रोबिन आर्केल ने बीते कुछ महीनों के लिए हमें शानदार ट्रेनिंग कार्यक्रम दिया था जो हमने अपने कमरों में ही किया वो भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए। फिटनेस ड्रील्स ने लॉकडाउन में मेरा काफी साथ दिया।
सिर्फ फिट रहना ही इन लोगों का एक मात्र उद्देश्य नहीं था। साई केंद्र में यह लोग अन्य चीजों में भी व्यस्त थे। सुनील ने कहा, हम भाग्यशाली हैं कि हम साई के बेंगलुरू केंद्र में हैं। हम सभी सुविधाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं और अकेले कैम्पस भी घूम सकते हैं। उन्होंने कहा, फिटनेस पर फोकस करने के अलावा, हमने कई और काम किए। हमारी टीम के एनालिटिक कोच क्रिस सिरिलोस की पत्नी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इंग्लिश क्लासेस लीं और उन्होंने हमें पढ़ने के लिए कुछ किताबें भी सुझाईं जिसने हमें लॉकडाउन में काफी व्यस्त रखा।
अब जबकि फुल फिटनेस को पाने के लिए काम शुरू हो गया है, सुनील को लगता है कि अभी यह कहना मुश्किल होगा कि खिलाड़ी कब अपनी पूरी फिटनेस हासिल करते हैं। उन्होंने कहा, इस समय यह अनुमान लगाना मुश्किल है। हमारे प्रशिक्षकों के पास निश्चित प्लान है और वह उसके हिसाब से काम कर रहे हैं। हम भाग्यशाली रहे कि लॉकडाउन में हम एक्सरसाइज कर सके। इससे हमें जल्द ही अपनी फिटनेस का सर्वोच्च स्तर हासिल करने में मदद मिलेगी।
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Created On :   15 Jun 2020 6:33 PM IST