हार कर भी जीते टीम इंडिया के तीन प्लेयर्स, आईसीसी भी नहीं कर सका नजरअंदाज, बोर्ड की इस लिस्ट में मिली खास जगह
- विराट ने इस टूर्नामेंट में खेले 6 मैचों में करीब 99 की औसत से 296 रन ठोके
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में खेले गए टी-20 वर्ल्ड कप का आठवां संस्करण रविवार को समाप्त हो गया। इंग्लैंड टीम ने फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को मात देकर दूसरी बार टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता। टूर्नामेंट के खत्म होने के बाद आईसीसी ने सोमवार को "टीम ऑफ द टूर्नामेंट" का ऐलान किया। आईसीसी ने टीम ऑफ द टूर्नामेंट में कुल 12 खिलाड़ियों का चयन किया। इन बारह खिलाड़ियों में चार इंग्लैंड, तीन भारतीय, दो न्यूजीलैंड खिलाड़ी, वहीं जिम्बाब्वे और साउथ अफ्रीकी टीम से भी एक-एक खिलाड़ी शामिल हैं।
जोस बटलर- इंग्लैंड टीम को अपनी कप्तानी में खिताबी जीत दिलाने वाले जोस बटलर को इस टीम में बतौर कप्तान और ओपनिंग बल्लेबाज के रुप में चुना गया है। बटलर ने इस टूर्नामेंट में खेली 6 पारियों में 45 की औसत से 225 रन बनाए।
ऐलेक्स हेल्स- इंग्लैंड की इस खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाने वाले ऐलेक्स हेल्स को बटलर के साथ ओपनिंग बल्लेबाजी के लिए टीम में चुना गया है। हेल्स ने इस टूर्नामेंट में खेली 6 पारियों में 42 से अधिक की औसत से 212 रन बनाए।
विराट कोहली- पूर्व भारतीय कप्तान और इस वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज विराट कोहली भी इस टीम में शामिल हैं। विराट ने इस टूर्नामेंट में खेले 6 मैचों में करीब 99 की औसत से 296 रन ठोके।
सूर्यकुमार यादव- सूर्या इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में तीसरे और सबसे तेज गति से रन बनाने वाले बल्लेबाजों में पहले नंबर पर रहे। उन्होंने इस टूर्नामेंट में खेले 6 मैचों में करीब 60 की औसत और 190 की स्ट्राइक रेट से 239 रन बनाए।
ग्लेन फिलिप्स- न्यूजीलैंड को सेमीफाइनल तक पहुंचाने में सबसे अहम भूमिका मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज ग्लेन फिलिप्स ने निभाई। फिलिप्स ने टूर्नामेंट की 5 परियों में 40 से अधिक औसत से 201 रन बनाए।
सिकंदर रजा- जिम्बाब्वे को पहले सुपर-12 राउंड में पहुंचाने और टी-20 वर्ल्ड कप के अगले संस्करण में सीधे क्वालिफिकेशन दिलाने में सबसे अहम भूमिका अनुभवी खिलाड़ी सिकंदर रजा ने अदा की। रजा ने गेंद और बल्ले दोनों से ही पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया। रजा ने बल्ले से 8 पारियों में 219 रन और गेंद से 10 विकेट हासिल किया।
शादाब खान- पाकिस्तानी टीम को फाइनल तक पहुंचाने में ऑलराउंडर शादाब खान ने अहम भूमिका निभाई। शादाब ने गेंद और बल्ले दोनों से ही शानदार प्रदर्शन किया। शादाब ने टूर्नामेंट में खेले 7 मैचों में बल्ले से 98 रन और गेंद से 11 विकेट हासिल किया।
सैम करन- अपने शानदार प्रदर्शन से इंग्लैंड को खिताब दिलाने वाले सैम करन को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया। सैम ने इस टुर्नामेंट की 6 पारियों में 13 विकेट हासिल किए। सैम ने यह सभी विकेट पावरप्ले और डेथ ओवर्स में हासिल की हैं।
एनरिक नॉर्किया- साउथ अफ्रीकी टीम के तेज गेंदबाज एनरिक नॉर्किया को भी इस टीम में शामिल किया गया है। नॉर्किया ने इस टूर्नामेंट के 6 मैचों में 11 विकेट हासिल किए।
मार्क वुड- इंग्लैंड टीम के तेज गेंदबाज मार्क वुड भले ही सेमीफाइनल और फाइनल में मुकाबले में चोट की वजह से नहीं खेल सके। लेकिन वुड ने शुरुआती टूर्नामेंट में इंग्लैंड के सबसे ज्यादा 4 पारियों में 9 विकेट हासिल चटकाए थे।
शाहीन अफरीदी- चोट के बाद सीधे वर्ल्ड कप में वापसी करने वाले पाकिस्तानी स्टार पेसर अफरीदी टूर्नामेंट के शुरुआत दो मुकाबलो में अच्छी फॉर्म में नहीं लगे। लेकिन इसके बाद अफरीदी ने कमाल की वापसी करते हुए टूर्नामेंट में पाकिस्तान के लिए सर्वाधिक 11 विकेट हासिल किए।
हार्दिक पांड्या- आईसीसी की इस टीम ऑफ द टूर्नामेंट में भारतीय स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को बतौर 12th मैन के रुप में चुना गया है। हार्दिक ने इस टूर्नामेंट में बल्ले और गेंद दोनों से कमाल का प्रदर्शन किया। हार्दिक ने 6 मैचों में बल्ले से 128 रन और गेंद से 8 विकेट हासिल किए।
Created On :   14 Nov 2022 2:19 PM IST