चेन्नई के प्रग्गनानंधा ने रचा इतिहास, बने दुनिया के दूसरे सबसे युवा ग्रैंडमास्टर
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। चेन्नई के रहने वाले प्रग्गनानंधा ने 12 साल की उम्र में पूरी दुनिया में भारत का परचम लहराया है। शतरंज खिलाड़ी आर. प्रग्गनानंधा दुनिया के दूसरे सबसे युवा ग्रैंडमास्टर बन गए हैं। इस लिटिल ग्रैंडमास्टर ने इसका पूरा श्रेय अपनी बहन को दिया है।
Chennai: Praggnanandhaa, a 12-year-old boy from Chennai"s Mugapair has become the world’s 2nd-youngest Grandmaster, says, "I am very happy. I started playing when I was 3 years old. My sister is my inspiration." (26.06.18) pic.twitter.com/OlBUZFUCzm
— ANI (@ANI) June 26, 2018
12 साल 10 महीने की उम्र में रचा इतिहास
प्रग्गनानंधा ने शतरंज की दुनिया में शनिवार को इतिहास रचा। प्रग्गनानंधा सबसे कम उम्र में ग्रैंड मास्टर बनने वाले दुनिया के दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने ये मुकाम 12 साल, 10 महीने और 13 दिन की उम्र में हासिल किया है।
इटली के ग्रैंडमास्टर को दी मात
प्रग्गनानंधा ने इटली में ग्रेनडाइन ओपन के अंतिम दौर में पहुंचकर यह उपलब्धि हासिल की है। इटली में आयोजित ग्रेडिन ओपन के आठवें राउंड में प्रग्गनानंधा ने इटली के ही ग्रैंड मास्टर मोरोनी जूनियर को हराकर ये उपलब्धि हासिल की है। प्रग्गनानंधा ने 2017 में वर्ल्ड जूनियर में पहला ग्रैंडमास्टर नॉर्म हासिल किया था। दूसरा ग्रैंड मास्टर नॉर्म उन्होंने ग्रीस में हुए क्लोज राउंड रॉबिन टूर्नामेंट में हासिल किया।
3 साल की उम्र से खेल रहे शतरंज
प्रग्गनानंधा ने बताया कि वो जब तीन साल के थे तभी से शतरंज खेलना शुरू कर दिया था। अपनी बड़ी बहन से प्रेरणा लेकर वो इस मुकाम तक पहुंचे हैं। उनकी बहन वैशाली भी शतरंज खेलती हैं। हालांकि मध्यमवर्गीय परिवार होने के कारण उनके पिता नहीं चाहते थे कि बेटा भी शतरंज खेले, क्योंकि इतना खर्च उठा पाना संभव नहीं था, लेकिन प्रग्गनानंधा ने अब अपने घर से लेकर देश का नाम दुनिया में रोशन कर दिया है।
विश्वनाथन आनंद और राहुल गांधी ने भी दी बधाई
देश के पहले ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद ने प्रग्गनानंधा को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है, क्लब में स्वागत है। जल्द ही चेन्नई में मुलाकात होगी।वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर उन्हें बधाई दी है।
Welcome to the club congrats Praggnanandhaa!! See u soon in chennai?
— Viswanathan Anand (@vishy64theking) June 24, 2018
पहला सबसे छोटी उम्र का ग्रैंड मास्टर
दुनिया में सबसे कम उम्र में ग्रैंडमास्टर बनने का रिकॉर्ड उक्रेन के सर्जेई करजाकिन के नाम है। सर्जेई ने ये खिताब 1990 में 12 साल 7 महीने की उम्र में हासिल किया था, जो कि अभी भी बरकरार है। सबसे कम उम्र में ग्रैंडमास्टर बनने वालों में चौथे नंबर पर भी एक और भारतीय परिमार्जन नेगी का नाम है, जो 13 साल 4 महीने की उम्र में ग्रैंडमास्टर बने थे।
Created On :   27 Jun 2018 8:57 AM IST