गठबंधन: भाजपा-जद (एस) कर्नाटक में मिलकर लड़ेंगे लोकसभा चुनाव: येदियुरप्पा
- येदियुरप्पा ने बताया कि जद (एस) के साथ गठबंधन को अंतिम रूप दे दिया गया है
- जद (एस) मांड्या सीट भाजपा के लिए छोड़ सकती है
- 'ऑपरेशन हस्त' के तहत कांग्रेस के आक्रामक कदमों से भाजपा और जद (एस) चिंतित हैं।
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने शुक्रवार को कहा कि जद (एस) के साथ गठबंधन को अंतिम रूप दे दिया गया है।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ''(पूर्व पीएम एच.डी.) देवेगौड़ा जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। उन्होंने पहले ही गठबंधन पर चर्चा कर ली है और चार सीटों को अंतिम रूप दे दिया है, जिसके लिए मैं उनका स्वागत करता हूं।"
सूत्रों ने बताया कि 2024 के लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने के सिलसिले में अब अंतिम बातचीत हो रही है और जल्द ही इसकी घोषणा की जाएगी।
देवेगौड़ा बेंगलुरु में आयोजित 'इंडिया' गठबंधन की बैठक में शामिल नहीं हुए और राज्य में भाजपा के साथ हाथ मिलाने का स्पष्ट संकेत दिया।
सूत्र बताते हैं कि जद (एस) ने 28 में से पांच संसदीय सीटों की मांग की थी और भाजपा चार सीटों के लिए बातचीत कर रही थी। जद (एस) ने हासन, मांड्या, कोलार, तुमकुरु और बेंगलुरु ग्रामीण सीटों पर जोर दिया। हसन का प्रतिनिधित्व देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना ने किया। कर्नाटक उच्च न्यायालय ने हाल ही में भारत के चुनाव आयोग से संपत्ति के संबंध में जानकारी छिपाने की पृष्ठभूमि में उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया था।
मांड्या जद (एस) का मजबूत आधार है, लेकिन भाजपा मौजूदा सांसद सुमलता अंबरीश का समर्थन कर रही है, जिन्होंने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की है। उन्होंने प्रमुख मामलों में भाजपा को अपना समर्थन दिया था। सूत्रों ने कहा कि भाजपा मांड्या सीट अपने पास रख सकती है और सुमलता अंबरीश को भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ाएगी।
बेंगलुरु ग्रामीण का प्रतिनिधित्व डी.के. सुरेश कर रहे हैं। उप मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के भाई सुरेश वोक्कालिगा समुदाय का चेहरा बनकर उभरने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। वर्तमान में, दक्षिण कर्नाटक में केंद्रित प्रभावशाली समुदाय देवेगौड़ा और जद (एस) के पीछे लामबंद हो रहा है। शिवकुमार पिछले विधानसभा चुनाव में वोक्कालिगा वोट बैंक पर जद (एस) की पकड़ को तोड़ने में कामयाब रहे थे।
सूत्रों ने कहा कि भाजपा और जद (एस) दोनों को राज्य में कांग्रेस सरकार की मजबूत स्थिति का एहसास हो गया है। यदि वे स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ते हैं, तो कांग्रेस अधिकांश सीटें आसानी से जीत सकती है। इसके अलावा 'ऑपरेशन हस्त' के तहत कांग्रेस के आक्रामक कदमों से दोनों पार्टियां चिंतित हैं।
देवेगौड़ा अपने बेटे पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं जिन्हें हाल ही में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कुमारस्वामी की दिल की सर्जरी हुई थी।
सूत्रों ने कहा कि जद (एस) मांड्या सीट भाजपा के लिए छोड़ सकती है, भले ही यह एक झटका हो।
सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पार्टी के कदम के बारे में जानकारी है और उन्होंने गठबंधन को हरी झंडी भी दे दी है।
विधानसभा चुनावों में जीत और गारंटी योजनाओं के कार्यान्वयन के दम पर कांग्रेस लोकसभा चुनावों में 28 में से 20 सीटें जीतने का प्रयास कर रही है।
(आईएएनएस)
अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|
Created On :   8 Sept 2023 2:54 PM IST