लोकसभा चुनाव 2024: राहुल गांधी ने क्यों चुनी रायबरेली सीट, लोकसभा क्षेत्र के जातीय समीकरण से समझें!

राहुल गांधी ने क्यों चुनी रायबरेली सीट, लोकसभा क्षेत्र के जातीय समीकरण से समझें!
  • राहुल गांधी रायबरेली से लड़ रहे हैं चुनाव
  • शुक्रवार को राहुल गांधी ने भरा नामांकन पत्र
  • रायबरेली में 12.14 फीसदी मुस्लिम आबादी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रायबरेली सीट से कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल किया। वह यहां से चुनाव लड़ रहे हैं। सीट पर पांचवे चरण में 20 मई को वोटिंग होने वाली है। शुक्रवार को नामांकन के आखिरी दिन कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया है कि राहुल गांधी रायबरेली से ही चुनाव लड़ेंगे। यह सीट कांग्रेस के लिए सेफ सीट मानी जा रही है। क्योंकि, यह सीट लंबे समय से गांधी परिवार का गढ़ रही है। रायबरेली सीट के मतदाता पारंपरिक रूप से कांग्रेस वोटर माने जाते हैं। ऐसे में आज हम यहां के जातीय समीकरण समझने की कोशिश करते हैं।

गांधी परिवार का गढ़ रहा है रायबरेली

रायबरेली सीट को गांधी परिवार का गढ़ इसलिए कहा जाता है क्योंकि, यह सीट आजादी के बाद से ही कांग्रेस के कब्जे में रही है। साल 1952 से 1957 तक इस सीट पर फिरोज गांधी सांसद रहे। वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी 1967 से 1984 के दौरान यहां से सांसद रही हैं। वहीं, साल 2004 से 2024 तक सोनिया गांधी ने इस सीट का प्रतिनिधित्व किया है।

रायबरेली सीट की कुल आबादी 34 लाख है। जिनमें 12.14 फीसदी आबादी मुस्लिम है। यानी मुसलमानो की जनसंख्या इस सीट पर करीब 4.13 लाख है। जबकि, सीट पर हिंदू लोगों की जनसंख्या 29 लाख से अधिक है।

यह रहा जातीय समीकरण

रायबरेली सीट पर जातीय सामाजिक समीकरण की बात करें तो यहां पर हिंदू आबादी में करीब 11 फीसदी ब्राह्मण, 9 फीसदी राजपूत, 7 फीसदी यादव, 6 फीसदी लोधी और 4 फीसदी कुर्मी है। इस सीट पर दलित आबादी सबसे ज्यादा है। करीब 34 फीसदी यहां पर दलित मतदाता हैं। इसके अलावा अन्य जाति करीब 23 फीसदी के आसपास है।

हिंदी भाषणी प्रदेशों में जनता उम्मीदवार की जाति को देखकर वोट करने का ट्रेंड है। हालांकि, रायबरेली में गांधी परिवार जाति का फैक्टर जीरो नजर आता है।

Created On :   3 May 2024 5:43 PM IST

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