MSP पर सवाल: 'गारंटी की माला जपने वाले अब गारंटी से पीछे क्यों हट रहे...', शिवराज सिंह चौहान के कृषि मंत्री बनने के बाद कमलनाथ ने कसा तंज

गारंटी की माला जपने वाले अब गारंटी से पीछे क्यों हट रहे..., शिवराज सिंह चौहान के कृषि मंत्री बनने के बाद कमलनाथ ने कसा तंज
  • एमएसपी को लेकर कमलनाथ ने शिवराज सिंह चौहान को घेरा
  • बीजेपी के दो दांत- कमलनाथ
  • अब तक किसानों से किया अपना कोई वादा नहीं निभाया है- कमलनाथ

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और विदिशा से सांसद शिवराज सिंह चौहान हाल ही में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री के रूप में पदभार संभाला है। इस बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पिछले साल विधानसभा चुनाव के दौरान के दौरान गेंहू और धान की कीमत को लेकर कई तरह के वादे किए गए थे। जिसे अभी तक पूरा नहीं किया गया है।

कांग्रेस नेता कमलनाथ ने सोशल मीडिया 'एक्स' के जरिए शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा, ''मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बने छह महीने बीत चुके हैं और अब तो केंद्र में नई सरकार का गठन भी हो चुका है तथा आचार संहिता भी समाप्त हो चुकी है। इसके बावजूद भारतीय जनता पार्टी ने अब तक किसानों से किया अपना कोई वादा नहीं निभाया है। भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में कहा था कि प्रदेश में किसानों को गेहूं का MSP 2700 रुपया प्रति क्विंटल और धान का MSP 3100 रुपया प्रति क्विंटल दिया जाएगा।''

सीएम मोहन और पूर्व सीएम शिवराज पर साधा निशाना

कमलनाथ ने कहा, ''मैं मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव और नवनियुक्त केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से पूछना चाहता हूं कि अब वह कौन सी वजह है जिस कारण भाजपा मध्य प्रदेश के किसानों से किया अपना वादा नहीं निभा रही है। जब चुनाव में भाजपा यह वादा कर रही थी तो शिवराज जी ख़ुद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। जो वादा उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए किया है, उसे निभाने में कृषि मंत्री के रूप में वर्तमान मुख्यमंत्री की सहायता करना उनका कर्तव्य है।''

बीजेपी के दो दांत- कमलनाथ

कमलनाथ ने कहा, ''चुनाव के समय गारंटी की माला जपने वाले अब गारंटी से पीछे क्यों हट रहे हैं? वैसे मध्य प्रदेश की जनता अब धीरे-धीरे समझ चुकी है कि भारतीय जनता पार्टी के खाने के दांत और, दिखाने के दांत और हैं। चुनाव से पहले जो भाजपा किसानों से बड़े-बड़े वादे करती है, चुनाव के बाद उन वादों से पीठ फेर लेना उसकी फ़ितरत है।''

Created On :   13 Jun 2024 3:04 PM GMT

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