गठबंधन में दरार: राहुल गांधी की दो गलतियां, जिनसे खफा हो गईं ममता बनर्जी! क्या एनसीपी, सपा और जेडीयू भी फेर लेंगी मुंह?
- राहुल गांधी से खफा हो गईं ममता बनर्जी!
- बंगाल में 42 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेंगी
- चुनाव से पहले टूट सकता है INDIA गठबंधन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ममता बनर्जी ने यह एलान कर दिया है कि वह पश्चिम बंगाल में 42 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेंगी। यह फैसला उन्होंने तब लिया जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा असम से बंगाल में एंट्री लेने वाली थी। बता दें कि बंगाल में सीट शेयरिंग को लेकर टीएमसी और कांग्रेस में सहमती नहीं बन पा रही थी। जहां कांग्रेस 10 से 12 सीटों की मांग कर रही है। वहीं टीएमसी केवल दो सीटें देने पर अड़ी है। यह वह सीट है जहां कांग्रेस ने साल 2019 के लोक सभा चुनाव में भाजपा और टीएमसी को हरा कर चुनाव जीता था। इस फैसले के बाद INDIA गठबंधन बिखरता हुआ दिख रहा है। हालांकि ममता ने यह साफ किया कि वह गठबंधन का हिस्सा बनी रहेंगी।
मौका परस्ती के आरोप
23 जनवरी को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने ममता पर मौका परस्त होने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि हमें अपने दम पर चुनाव लड़ना आता है। 2011 में ममता कांग्रेस की दया से सत्ता में आई थीं। चुनाव लड़ने के लिए हमें उनकी दया की आवश्यकता नहीं है। TMC और BJP को हराकर पश्चिम बंगाल में हमने दो सीटें जीती हैं।
INDIA गठबंधन को तोड़ सकती है सीट शेयरिंग की समस्या
ममता बनर्जी ने बुधवार को कांग्रेस को पश्चिम बंगाल में सीट शेयरिंग से दरकिनार कर दिया। उसी तरह यूपी, बिहार, पंजाब, महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग को लेकर क्षेत्रीय पार्टिया कंफर्टेबल नहीं दिख रही हैं। कई बार ये पार्टियां आपस में ही एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करती नजर आ रही हैं। ममता ने भी अपने बयान में कांग्रेस के साथ समन्वय न होने की बात कही है।
उन्होंने कहा कि हम इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं। मगर इसके बाद भी कांग्रेस ने बंगाल से निकलने वाली अपनी यात्रा को हमसे साझा नहीं किया। बता दें कि महाराष्ट्र में एनसीपी के साथ मिलकर उद्धव ठाकरे भी कांग्रेस को किनारे कर सकते हैं। यूपी में अखिलेश, पंजाब में केजरीवाल, बिहार में नितीश कुमार के साथ भी समन्वय नहीं बन पा रहा है। ऐसे में अगर कांग्रेस इस समस्या का समाधान नहीं कर पाई तो फिर गठबंधन के बिखरने की भी संभावना है।
Created On :   24 Jan 2024 5:38 PM IST