Land for Job Scam: पूर्व सीएम लालू यादव की बढ़ सकती है मुश्किलें, नौकरी के बदले जमीन लेने के मामले में सीबीआई को मिली नई चार्जशीट की मंजूरी
- लालू यादव की मुश्किलें बढ़ेगी?
- सीबीआई का एक्शन हुआ तेज
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें बढ़ सकती है। सीबीआई ने दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट को सूचित किया है कि पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के खिलाफ कथित भूमि नौकरी घोटाला मामले में एक ताजा आरोप पत्र के संबंध में गृह मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है। सीबीआई के मुताबिक, 3 रेलवे अधिकारियों के खिलाफ मंजूरी अभी तक नहीं मिली है। सीबीआई ने कहा कि शेष मंजूरी एक सप्ताह के भीतर मिलने की उम्मीद है। इस मामले को 21 सितंबर की सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है।
क्या है मामला?
यह मामला साल 2004 से 2009 के बीच का है जब केंद्र में लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे। इन पर आरोप है कि इन्होंने रेलवे में नौकरी देने के लिए कई लोगों से जमीन या सस्ते दामों में लैंड खरीदा तब उन्हें नौकरी दी। लालू यादव के साथ इस मामले में उनके परिवार के अन्य सदस्यों को भी आरोपी बनाया गया है। इस मामले की जांच ईडी और सीबीआई दोनों ही कर रही हैं।
सीबीआई ने इस केस में सबसे पहले 10 अक्टूबर को पहली चार्जशीट दाखिल की थी, जिस पर संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने लालू यादव, मीसा भारती और राबड़ी देवी समेत अन्य आरोपियों को समन जारी किया था। इसके बाद 15 मार्च को राऊज एवेन्यू कोर्ट में पेशी के बाद यादव परिवार और अन्य को जमानत मिल गई थी। इसी साल 3 जुलाई को सीबीआई ने दूसरी चार्जशीट दाखिल की, जिसमें पहली बार तेजस्वी यादव को आरोपी बनाया गया। जिस पर काफी बवाल भी हुआ था।
लालू पर बीजेपी हमलावर
इस मामले को लेकर लालू यादव और उनके परिवार पर बीजेपी हमेशा से हमला करती रही है। बीजेपी का कहना है कि, 100 करोड़ का मालिक लालू खानदान कैसे हो गया इस बात का जवाब लालू और तेजस्वी यादव को देना चाहिए, पूरा परिवार ही भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है। बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी सीएम, सीएम नीतीश कुमार पर भी हमला करते रहे हैं। मोदी का कहना है कि, कुमार अपने आप को भ्रष्टाचार से मुक्त बताते हैं लेकिन सरकार भ्रष्टाचारी पार्टी के साथ मिलकर बिहार में चला रहे हैं।
Created On :   12 Sept 2023 12:14 PM IST