गठबंधन में दरार: ममता बनर्जी के ऐलान के बाद प्रियंका के करीबी नेता ने दिया बड़ा बयान, क्या गठबंधन को बताया 'दल-दल'?
- ममता बनर्जी की इंडिया गठबंधन से दूरी
- आचार्य प्रमोद कृष्णम ने दिया रिएक्शन
- जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम ने कही ये बात
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी पार्टी की नेता ममता बनर्जी ने इंडिया गठबंधन से दूरी बना ली है। उन्होंने अकेले ही चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। उनके इस फैसले के बाद सियासी गलियारों में सरगर्मी तेजी से बढ़ गई है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, तृणमूल कांग्रेस ने आगामी चुनाव में सीट बंटवारे पर कांग्रेस से आपसी सहमति न बनने पर यह निर्णय लिया है। इस दौरान, कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बिना किसी पार्टी की ओर उंगली उठाते हुए भविष्यवाणी कर दी है। जिसमें वह कहते हैं कि अभी और भी 'दल-दल' छोड़ सकते हैं।
आचार्यी प्रमोद ने पीएम मोदी की थी सरहाना
कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के करीबी माने जाने वाले आचार्य प्रमोद ने कहा, "अभी कुछ और 'दल' भी छोड़ंगे 'दल-दल' में फंसना कोई नहीं चाहता।" अयोध्या में हुए नवनिर्मित राम मंदिर कार्यक्रम को लेकर भी आचार्य प्रमोद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए दिखाई दिए थे। सरकारी न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा था, ' यह सनातन के शासन और 'राम राज्य' की पुन: स्थापना का दिन है। सदियों के संघर्ष और हजारों लोगों के बलिदान के बाद यह दिन आया है...मुझे लगता है कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न होते तो यह संभव नहीं होता'
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कही थी ये बात
कुछ दिनों पहले से ही केंद्र सरकार को घेरने के लिए बनाई गई विपक्षी दलों की इंडिया एलायंस में अंदरूनी फूट के संकेत मिल रहे थे। दरअसल, बीते दिनों पहले जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने सीट शेयरिंग मुद्दे पर सख्त चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि अगर गठबंधन में सीट बंटवारे पर ठोस फैसला नहीं लिया गया, तो कुछ पार्टियां जल्द ही गठबंधन छोड़ देंगी। यह बात उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्ब्ल से बातचीत के समय उनके यूट्यूब चैनल पर एक इंटरव्यू में कहीं थी। उन्होंने कहा, " अगर हमें देश को बचाना है, तो हमें मतभेदों को भूलना होगा और देश के बारे में सोचना होगा। "
अब्दुल्ला ने आगे कहा, " अगर सीट-बंटवारे की व्यवस्था को अंतिम रूप नहीं दिया गया तो गठबंधन के लिए खतरा है। इसे समयबद्ध तरीके से किया जाना चाहिए। यह संभव है कि कुछ दल अलग गठबंधन बनाने के लिए एक साथ आ सकते हैं, जो मुझे सबसे बड़ा खतरा लगता है। अभी भी समय है। " इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि लोग उनके (ममता) के विरोध बयान देकर मतभेद फैल रहे हैं।
Created On :   24 Jan 2024 4:20 PM IST