बयान पर विवाद: तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि ने सेकुलरिज्म को बताया यूरोप का कॉन्सेप्ट, कांग्रेस ने आड़े हाथ लिया
- संविधान सभा ने खारिज किया था सेकुलरिज्म कॉन्सेप्ट-राज्यपाल रवि
- कांग्रेस ने राज्यपाल को बर्खास्त करने की मांग की
- कांग्रेस ने राज्यपाल को बताया ट्रायल बैलून फ्लोटर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि के बयान पर कांग्रेस ने पलटार किया। कांग्रेस नेता जयरमा रमेश ने राज्यपाल को एक ट्रायल बैलून फ्लोटर बताया। कांग्रेस ने तीखा हमले करते हुए कहा राज्यपाल वहीं कह रहे है जो पीएम मोदी करवाना चाहते है। कांग्रेस ने राज्यपाल एन रवि को संवैधानिक पद से हटाने की मांद की है। दरअसल ये पूरा मामला राज्यपाल के एक बयान को लेकर है। जिस पर सियासी पारा चढ़ा हुआ है। आपको बता दें राज्यपाल एन रवि ने अपने एक बयान में सेकुलरिज्म को यूरोप का कॉन्सेप्ट बताया। इस पर राजनीति गरमा गई है। राज्यपाल का कहना है कि सेकुलरिज्म की भारत में कोई जरूरत नहीं है।
कांग्रेस महासचिव और संचार प्रभारी जयराम रमेश ने राज्यपाल आर एन रवि पर निशाना साधते हुए कहा कि संविधान की शपथ लेने वाले और अपनी ढिंढोरा पीटने के बावजूद संवैधानिक पद पर बने रहने वाले इस व्यक्ति को तत्काल बर्खास्त कर देना चाहिए। वह एक कलंक है। यह उनका पहला अपमानजनक और अस्वीकार्य बयान नहीं है। लेकिन वह केवल एक ट्रायल बैलून फ्लोटर है। वह वही दोहरा रहा है जो गैर-जैविक प्रधानमंत्री करवाना चाहते हैं।
आपको बता दें राज्यपाल आर एन रवि का मानना है कि सेकुलरिज्म एक यूरोपीय सिद्धांत है, जिसका उदय चर्च और किंग के बीच संघर्ष के बाद हुआ। जबकि भारत एक धर्म-केंद्रित राष्ट्र है और इसलिए यह संविधान का हिस्सा नहीं था। सेकुलरिज्म को आपातकाल के दौरान जोड़ा गया था। आपको बता दें राज्यापाल का हमला इंदिरा गांधी के ऊपर था।
राज्यपाल आर एन रवि ने आगे कहा आजादी के समय जब संविधान का मसौदा तैयार किया जा रहा था, तो सेकुलरिज्म पर चर्चा हुई और संविधान सभा ने इसे यह कहते हुए खारिज कर दिया कि भारत एक धर्म-केंद्रित देश है और यूरोप में जैसा संघर्ष हुआ, वैसा कोई संघर्ष नहीं हुआ है।
Created On :   24 Sept 2024 4:54 AM GMT