शिवसेना(यूबीटी) नेता संजय राउत का अमित शाह पर पलटवार, बोलें- 'मातो श्री का खौफ बरकरार ये डर अच्छा है'

शिवसेना(यूबीटी) नेता संजय राउत का अमित शाह पर पलटवार, बोलें- मातो श्री का खौफ बरकरार ये डर अच्छा है
  • अमित शाह के बयान पर राउत का पलटवार
  • जाति पर बीजेपी बनाम शिवसेना(यूबीटी)

डिजिटल डेस्क, मुंबई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर शिवसेना (यूबीटी) नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने पलटवार किया है। अमित शाह बीते दिन 10 जून को महाराष्ट्र दौरे पर गए हुए थे। जहां पर उन्होंने पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे पर जोरदार हमला बोला था। जिस पर अब पहली बार शिवसेना की ओर से प्रतिक्रिया आई है। उद्धव ठाकरे के दाहिने हाथ कह जाने वाले संजय राउत ने शाह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि, भाजपा का 'संपर्क अभियान' कम और उद्धव ठाकरे की आलोचना का कार्यक्रम ज्यादा लग रहा था।

संजय राउत ने मीडिया से खास बातचीत में नांदेड़ में आयोजित शाह के कार्यक्रम को लेकर बातचीत की है। जिसमें पत्रकारों ने अमित शाह द्वारा किए गए जुबानी हमले पर सवाल किया। जिसका जवाब देते हुए राउत ने कहा कि, अमित शाह देश के गृह मंत्री हैं उन्हें देश की कानून व्यवस्था पर बात करनी चाहिए। मणिपुर में आज क्या हो रहा है आप देख सकते हैं। प्रदेश (मणिपुर) में हिंसा क्यों नहीं थमी रही? अमित शाह ने जो 4 सवाल पूछे हैं उसका चिंतन खुद भाजपा को करना चाहिए। जाति और धर्म के आधार पर किसी को आरक्षण नहीं मिलना चाहिए ये गलत है। लेकिन भाजपा दे रही है। उन्होंने आगे कहा, "उन्हें कानून व्यवस्था पर बात करना चाहिए। महाराष्ट्र में दंगें जैसे हालात हैं इस पर अमित शाह को बोलना चाहिए। जात और धर्म पर किसी को आरक्षण नहीं मिलना चाहिए। राज्य की जनता को ठाकरे परिवार पर भरोसा है। शिवसेना को बीजेपी ने धोखा दिया था।"

मातोश्री का डर कायम है- संजय राउत

इसके अलावा संजय राउत अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से मराठी में ट्वीट कर कहा 'नांदेड़ में गृह मंत्री अमित शाह का भाषण सुनिए। यह हास्यास्पद है। मेरा एक सवाल है। क्या यह भाजपा का एक 'महान संपर्क' अभियान था। विशेष रूप से शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे की आलोचना के लिए आयोजित किया गया था। अमित भाई अपने 20 मिनट के भाषण में उद्धव जी पर 7 मिनट तक बोलते रहे। इसका मतलब यह हुआ कि मातोश्री का खौफ अभी भी बरकरार है।' संजय राउत ने आगे कहा, 'शिवसेना टूट गई, नाम और धनुष-बाण ने देशद्रोही जमात को झूठा कर दिया। हालांकि, मन में ठाकरे और शिवसेना का डर अभी भी बना हुआ है, ये डर अच्छा है। उन्होंने उद्धव ठाकरे से जो सवाल किया था, उस पर बीजेपी को स्वयं विचार करना चाहिए।' इसके अलावा संजय राउत ने शाह को अपने ही जाल में फंसना बताया।

शाह ने क्या कहा था?

दरअसल, अमित शाह कल यानी 11 जून को महाराष्ट्र के नांदेड़ में मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में एक जनसभा को संबोधित करने गए थे। जहां पर उन्होंने उद्धव ठाकरे से चार सवाल पूछा था "उद्धव जी हमने ट्रिपल तलाक हटाया, उससे आप सहमत हैं या नहीं? जो राम मंदिर बन रहा है उससे आप सहमत हो या नहीं? आप ये भी स्पष्ट कर दो कि आप कॉमन सिविल कोड चाहते हो या नहीं?" शाह ने चौथा सवाल पूछा था "आप बताएं मुस्लिम आरक्षण होना चाहिए या नहीं होना चाहिए?" इसके अलावा कांग्रेस-शिवसेना (यूबीटी) के गठबंधन को लेकर शाह ने तंज कसा और कहा "उद्धव ठाकरे से पूछता हूं कि कर्नाटक में जिसकी सरकार बनी वह वीर सावरकर को इतिहास की पुस्तकों से मिटाना चाहती, क्या आप इससे सहमत हैं? मैं नांदेड़ की जनता से पूछता हूं कि महान देशभक्त, बलिदानी आदमी वीर सावरकर का सम्मान होना चाहिए या नहीं होना चाहिए? इस पर आप अपना रूख स्पष्ट करें।"

Created On :   11 Jun 2023 1:44 PM IST

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