आगामी चुनाव के लिए राजस्थान कांग्रेस की बैठक, मीटिंग में एक साथ नजर आएंगे गहलोत-पायलट, बीजेपी की प्लानिंग से ही कांग्रेस ने बनाई चुनाव में 'मात' देने की तैयारी!
- आज राजस्थान कांग्रेस की बैठक
- बीजेपी की राह पर निकली कांग्रेस?
डिजिटल डेस्क, जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पूरी तरह एक्टिव हो गई है। राजस्थान कांग्रेस ने आगामी चुनाव के लिए 'प्रदेश चुनाव समिति' यानी कांग्रेस इलेक्शन कमेटी का गठन किया है। जिसकी आज अहम बैठक होने वाली है। इस बैठक में राजस्थान कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेता मौजूद रहने वाले हैं। जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, सीएम अशोक गहलोत भी शामिल होने वाले हैं। इस मीटिंग का नेतृत्व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा करने वाले हैं, जो इस समिति के अध्यक्ष भी हैं।
सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक का उद्देश्य जिन क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी कमजोर है वहां उसे मजबूत करना ताकि आगामी चुनाव में बीजेपी को कड़ी टक्कर दी जा सके। साथ ही इस बार के चुनाव में ज्यादा से ज्यादा युवाओं को मौका मिले, उसके लिए सभी नेताओं से विचार विमर्श करना ताकि पार्टी के नेताओं में किसी तरह का कोई द्वेष की भावना न उत्पन्न हो।
बीजेपी की राह पर कांग्रेस?
जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस की मीटिंग में कई नेताओं के टिकट काटने पर भी चर्चा हो सकती है। खबरें ये भी हैं कि, हाल ही में चुनावी राज्य एमपी और छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी। जिसको देखते हुए कांग्रेस भी विचार कर रही है कि कुछ उम्मीदवारों की एक लिस्ट अभी से ही घोषित कर दी जाए ताकि वो अपने विधानसभा में चुनाव से ठीक पहले एक्टिव हो जाएं। जिसकी वजह से चुनाव में पार्टी को काफी लाभ मिल सकता है। खबरें ये भी हैं कि, कांग्रेस उन सीटों पर ज्यादा फोकस कर रही है जहां पिछली बार उसे महज कुछ ही वोटों पर जीत और हार मिली थी। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने राजस्थान कांग्रेस को यह आदेश दिया है कि पार्टी जिन क्षेत्रों में कमजोर है वहां की स्थिति को भांपते हुए रणनीति बनाए और इस पर अमल करे ताकि चुनावी नतीजे मन मुताबिक ही आएं।
एक छत के नीचे गहलोत-पायलट
यह मीटिंग बेहद ही खास रहने वाला है क्योंकि कितनों दिनों के बाद राजस्थान के मुद्दे पर एक छत के नीचे सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट एक साथ आएं हैं। इसके ठीक पहले दोनों नेता एक दूसरे को किसी न किसी मुद्दे पर घेरते ही नजर आएं हैं। लेकिन शीर्ष नेतृत्व के हस्तक्षेप की वजह से दोनों नेता ( गहलोत-पायलट) एक बार फिर एकजुट हो गए हैं ताकि बीजेपी को मात दी जा सके। लेकिन ये देखना दिलचस्प होगा कि सीएम की कुर्सी के लिए कांग्रेस की ओर से फेस कौन रहने वाला है। करीब पांच सालों से पायलट-गहलोत में मुख्यमंत्री पद के लिए ही खींचतान मचती रही है। जिसकी वजह से दोनों के रिश्तों में गहरी खाई पैदा हुई है।
Created On :   19 Aug 2023 11:33 AM IST