Mamata Banerjee statement controversy: 'मुल्ले-मौलवियों की चमचागिरी करने वाले महाकुंभ पर न बोलें', ममता बनर्जी के बयान पर भड़का संत समाज

मुल्ले-मौलवियों की चमचागिरी करने वाले महाकुंभ पर न बोलें, ममता बनर्जी के बयान पर भड़का संत समाज
  • ममता बनर्जी प्रयागराज महाकुंभ पर दिया विवादित बयान
  • महाकुंभ को बताया मृत्यूकुंभ
  • साधू समाज ने बंगाल सीएम के बयान पर जताई आपत्ति

डिजिटल डेस्क, कोलकाता। यूपी के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ पर मंगलवार को पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि यह महाकुंभ मृत्युकुंभ' में बदल गया है। उनके इस बयान पर राजनेताओं समेत संत समाज ने भी आपत्ति जताई है। आध्यात्मिक नेता स्वामी रूपेन्द्र प्रकाश ने कहा कि ऐसी टिप्पणी करना ममता बनर्जी को शोभा नहीं देता।

उन्होंने कहा, "ये पवित्र स्नान 12 वर्ष के बाद कुंभ होता है इस पर ऐसे टिप्पणी करना एक मुख्यमंत्री (ममता बनर्जी) को शोभा नहीं देता है...वह कुंभ के बारे में क्या जाने? जो लोग केवल मुल्ले-माैलवियों की चमचागिरी करने के अलावा और कोई काम नहीं है। जिस प्रकार से यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वहां व्यवस्था की है वो सराहनीय है। ऐसी व्यवस्था देना असंभव काम है। ममता बनर्जी को ऐसी बयानबाजी से बाज आना चाहिए। वह केवल अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए ऐसे सनातन पर आप एक प्रकार से प्रहार कर रही हैं इससे प्रतीत होता है कि आपको इस देश की संस्कृति से प्यार नहीं है और आप इस देश की संस्कृति को मानती भी नहीं है।"

वहीं युवा साधु समाज के राष्ट्रीय महासचिव रविदेव शास्त्री ने बंगाल सीएम के बयान पर कहा, "ये 'मृत्यु कुंभ' नहीं बल्कि ये अमृत कुंभ है। ये महाकुंभ है और ये संस्कृति, सनातन और विचारों का मेल है। इतने सारे विचारों के लोग वहां पर आए और सब ने अपने विचार रखी। सब ने अपने विश्वास के अनुसार स्नान किया। उन सबको ऐसा लगा कि हमें अमृत प्राप्त हो रहा है। जिसको जैसा मौका मिल रहा है वे प्रयाग की ओर जा रहे हैं, वहां पर व्यवस्था बहुत अच्छी कर रखी है ये अमृत कुंभ है और अमृत कुंभ ही रहेगा इसे दूसरा नाम नहीं दिया जा सकता।"

क्या था ममता बनर्जी का पूरा बयान?

बंगाल विधानसभा में बजट सत्र के दौरान ममता बनर्जी ने कहा कि यह महाकुंभ 'मृत्युकुंभ' में बदल गया है। मैं महाकुंभ का और पवित्र गंगा मां का सम्मान करती हूं।' उन्होंने आगे कहा कि महाकुंभ के लिए यूपी सरकार द्वारा कोई प्लानिंग नहीं की गई है। भगदड़ में कई लोग मारे गए, लेकिन उनके बारे में कुछ पता नहीं चल रहा है। भगदड़ में लापता हुए कई लोग तो मिले ही नहीं हैं अब तक।

'गरीबों के लिए कोई व्यवस्था नहीं'

महाकुंभ में अमीरों और वीआईपी लोगों के लिए 1 लाख रुपए तक के टेंट मौजूद हैं। गरीबों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। मेले में भगदड़ की स्थिति आम है, लेकिन व्यवस्था करना जरूरी है। आपने (यूपी सरकार) क्या योजना बनाई है?

Created On :   18 Feb 2025 11:05 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story