महाकुंभ: पीएम मोदी ने खेलों को इंडिया के दायरे से निकालकर भारत के दायरे में पहुंचाया : नड्डा
- भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के बोल
- प्रधानमंत्री ने नए भारत का निर्माण किया
- बस्ती में सांसद खेल महाकुंभ कार्यक्रम को संबोधित किया
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जिस नए भारत का निर्माण किया है, वो नौजवानों में दिख रहा है। इसका कारण है कि मोदी जी ने भारत को इंडिया के दायरे से निकालकर भारत के दायरे में पहुंचा दिया है। जेपी नड्डा बस्ती जिले में सांसद खेल महाकुंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि खेल महाकुंभ की शुरुआत तीन साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हुई थी। आज स्थान-स्थान पर खेल महाकुंभ हो रहा है और यह जानकर खुशी है कि एक लाख विद्यार्थियों और 50 हजार खिलाड़ियों के क्रम से प्रारंभ करते हुए आज लगभग साढ़े चार लाख विद्यार्थी और साढ़े तीन लाख खिलाड़ी इस महाकुंभ में शामिल हुए हैं।
उन्होंने कहा कि देश को चलाने के लिए नेतृत्व, नीति, नीयत और कार्यक्रम बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। नौजवानों से पूछना चाहता हूं कि क्या कारण था कि 70 वर्षों में एशियन गेम्स में कभी भी इतने मेडल नहीं आए जो पिछले एशियन गेम्स में आ गए। क्या कारण था कि टोक्यो ओलंपिक के पहले भारत कभी भी ओलंपिक में इतनी बड़ी संख्या में मेडल्स नहीं ले सका। इसका कारण है कि मोदी जी ने भारत को इंडिया के दायरे से निकालकर भारत के दायरे में पहुंचा दिया है।
"जब मैं इंडिया कहता हूं तो खिलाड़ी कहां से आते थे। खिलाड़ी मुंबई से आते थे, बेंगलुरू, दिल्ली से आते थे, बड़े-बड़े शहरों और क्लबों के माध्यम से आते थे। प्रधानमंत्री मोदी के आने के बाद आज खिलाड़ी बड़े शहरों से ही नहीं गांव और कस्बों से निकलने लगे हैं। यह है नीति का परिवर्तन, यह है नेतृत्व की क्षमता, ये है नीयत का प्रदर्शन और ये है कार्यक्रमों का विश्लेषण।"
जेपी नड्डा ने कहा कि खेल में 2014 में सिर्फ 1219 करोड़ का बजट था, आज खेल में 3397 करोड़ का बजट है। 2014 से पहले कोई ओलंपिक पोडियम स्कीम नहीं थी, अब टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम बनी है। खिलाड़ियों की फॉरेन ट्रेनिंग की व्यवस्था की गई है। वर्ल्ड स्टैंडर्ड के उपकरण भारत अपने खिलाड़ियों को उपलब्ध करा रहा है। ओलंपिक की तैयारी कर रहे खिलाड़ियों को भारत सरकार 50 हजार रुपए स्टाइपेंड दे रही है। 8 हजार खिलाड़ियों को ओलंपिक के लिए तैयार किया जा रहा है, जिसमें 5 हजार पुरुष और 3 हजार महिलाएं हैं। इनकी ट्रेनिंग के लिए 34 डिसिप्लिंस सेंटर बने हैं।
आईएएनएस
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Created On :   20 Dec 2023 6:48 PM IST