PM Podcast: 'मैं जिम्मेदारी लूंगा, लिख कर देता हूं', पीएम मोदी ने गोधरा कांड पर बेबाकी से की बात, इन मुद्दों पर भी की चर्चा

मैं जिम्मेदारी लूंगा, लिख कर देता हूं, पीएम मोदी ने गोधरा कांड पर बेबाकी से की बात, इन मुद्दों पर भी की चर्चा
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहला पॉडकास्ट
  • जेरोधा के को-फाउंडर निखिल कामथ को सवालों का दिया जवाब
  • गुजरात में साल 2002 गोधरा कांड पर की चर्चा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेरोधा के को-फाउंडर निखिल कामथ को यूट्यूब चैनल पर दिए अपने पहले पॉडकास्ट में कई मुद्दों पर खुलकर बात की। शुक्रवार को प्रसारित हुए इस पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने 2002 के गोधरा दंगों और 2005 में संयुक्त राज्य अमेरिका के वीजा देने के मुद्दे पर चर्चा की।

पॉडकास्ट के दौरान पीएम मोदी ने गोर कांड और लोगों की मौत को याद करते हुए कहा, "उस दर्दनाक दृश्य को देखने के बाद मैंने सब कुछ महसूस किया लेकिन अपनी भावनाओं को कंट्रोल के लिए मैं हर संभव प्रयास किए, क्योंकि मैं मुख्यमंत्री था।"

पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने गोधर कांड पर की बात
24 फरवरी 2002 को मैं पहली बार विधायक बना और 27 फरवरी को मैं विधानसभा गया। मैं तीन दिन पुराना विधायक था जब गोधरा में ऐसी घटना घटी। हमें सबसे पहले ट्रेन में आग लगने की खबर मिली, फिर धीरे-धीरे हमें हताहतों की खबरें मिलने लगीं। मैं सदन में था और मैं चिंतित था। जैसे ही मैं बाहर आया, मैंने कहा कि मैं गोधरा जाना चाहता हूं। वहां केवल एक हेलीकॉप्टर था। मुझे लगता है कि यह ओएनजीसी का था, लेकिन उन्होंने कहा कि चूंकि यह सिंगल इंजन वाला हेलीकॉप्टर है, इसलिए वे इसमें किसी वीआईपी को जाने की इजाजत नहीं दे सकते। हमने बहस की और मैंने कहा कि जो कुछ भी होगा उसके लिए मैं जिम्मेदार रहूंगा। मैं इसे लिख कर दे दूंगा।

अन्य मुद्दों पर भी खुलकर की चर्चा

पीएम मोदी ने आगे कहा, "मैं गोधरा पहुंचा और मैंने वह दर्दनाक दृश्य, वे लाशें देखीं। मैंने सब कुछ महसूस किया, लेकिन मुझे पता था कि मैं ऐसी स्थिति में बैठा था जहां मुझे अपनी भावनाओं और स्वाभाविक प्रवृत्तियों से दूर रहना होगा। मैंने खुद को कंट्रोल करने के लिए जो कुछ भी कर सकता था, किया।"

पीएम मोदी ने गुजरात के सीएम रहते हुए अमेरिका द्वारा उन्हें वीजा देने से मना करने की वाकया को याद किया। उन्होंने कहा, "जब अमेरिकी सरकार ने मुझे वीजा देने से मना किया था, तब मैं विधायक था। एक व्यक्ति के तौर पर अमेरिका जाना कोई बड़ी बात नहीं थी, मैं पहले भी वहां गया था, लेकिन मुझे लगा कि एक चुनी हुई सरकार और देश का अपमान हो रहा है, और मेरे मन में दुविधा थी कि आखिर हो क्या रहा है। उस दिन मैंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जहां मैंने कहा कि अमेरिकी सरकार ने मेरा वीजा देने से मना कर दिया है। मैंने यह भी कहा कि मैं भारत को उस जगह देखता हूं, जहां दुनिया वीजा के लिए कतार में खड़ी होगी। यह मेरा 2005 का बयान है और आज हम 2025 में खड़े हैं। इसलिए, मैं देख सकता हूं कि अब समय भारत का है।"

Created On :   10 Jan 2025 10:50 PM IST

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