संसद धक्का-मुक्की मामला: 'राहुल गांधी पर झूठे आरोप लगाकर लोगों को गुमराह कर रहे', बीजेपी पर बरसे भूपेश बघेल
- संसद धक्का मुक्की मामले पर गरमाई सियासत
- बीजेपी पर जमकर बरसे भूपेश बघेल
- ध्यान भटकाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है बीजेपी
डिजिटल डेस्क, रायपुर। गुरुवार को लोकसभा में हुए बीजेपी और कांग्रेस सांसदों के बीच हुई धक्का-मुक्की मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल का बयान सामने आया है। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि बीजेपी ध्यान भटकने के लिए इस प्रकार का षड्यंत्र कर रही। 24 घंटे के ऊपर का वक्त बीत गया अब तक एक भी वीडियो फुटेज क्यों नहीं आया। संसद भवन के चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है। अगर राहुल गांधी ने धक्कामुक्की की है तो वीडियो क्यों नहीं जारी करते हैं।
लोगों को गुमराह कर रही बीजेपी
उन्होंने आगे कहा कि नेता प्रतिपक्ष पर घटिया आरोप लगाकर लोगों गुमराह करने की कोशिश हो रही है। वहीं राहुल गांधी पर एफआईआर दर्ज होने पर पूर्व सीएम ने कहा कि बिना प्रमाण के वह कुछ भी करें। यह लोग कुछ भी कर सकते हैं। मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकने के लिए यह लोग किसी भी स्तर पर जा सकते हैं।
बता दें कि 19 दिसंबर को संसद के परिसर में हुई धक्का-मुक्की में भाजपा के दो सांसद चोटिल हो गए। इसके बाद से भाजपा ने राहुल गांधी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज कराई गई। वहीं, कांग्रेस नेताओं का दावा था कि धक्का मुक्की में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को चोट आई है। 20 दिसंबर को भी सत्ता पक्ष और विपक्ष ने संसद परिसर में विरोध जताया।
शाह के दिल में जो है, वह सामने आया
सदन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा भीमराव आंबेडकर पर दिए बयान पर भूपेश बघेल ने कहा है कि अमित शाह के दिल में जो है, वह उनके भाषण से सामने आया है। वो ना संविधान को मानते हैं ना ही संविधान निर्माता को मानते हैं और इसी कारण से आंबेडकर जी के प्रति अपमानजनक ढंग से बयान दिया। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी दोनों ने मांग की है इन्हें पद से हटाया जाना चाहिए और वे देश से माफी मांगें।
प्रदेश की कानून व्यवस्था खराब
छत्तीसगढ़ विधानसभा में कांग्रेस विधायकों के विरोध पर भूपेश बघेल ने कहा है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है। चाहे लोहारीड़ी की घटना हो चाहे, बलौदाबाजार की घटना हो या फिर बस्तर की घटना हो। इस सरकार ने कोई सुरक्षित नहीं है। इस सरकार में आदिवासी सुरक्षित नहीं हैं, सतनामी समाज के लोग सुरक्षित नहीं हैं, पिछड़ा के लोग सुरक्षित नहीं हैं, महिलाएं और बच्चियां भी सुरक्षित नहीं है। आज पूरे प्रदेश में केवल डर का माहौल है।
Created On :   21 Dec 2024 1:28 AM IST