विपक्षी एकता: मोदी सरकार को घेरने के लिए विपक्ष की आज बैठक, बेंगलुरु में बनेगी रणनीति, जनता से जुड़े इन मुद्दों पर होगी चर्चा
- विपक्ष की 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में बैठक
- दिल्ली में एनडीए की भी 18 जुलाई को अहम मीटिंग
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सत्तारूढ़ पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ विपक्ष की करीब 25 पार्टियां लामबंद नजर आ रही हैं। आज से यानी 17 और 18 जुलाई को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में ये सभी पार्टियां बैठक करने वाली हैं। जिसमें भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ रणनीति बनाएंगी ताकि '24' के आम चुनाव में दिल्ली की सरकार से उसे बेदखल किया जा सके। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बैठक में कई प्रमुख मुद्दों को उठाया जाना है जो इस मीटिंग का केंद्र बिंदु रहने वाला है। तो आइए बताते हैं कि आखिर ये 25 विपक्षी पार्टियां किस मुद्दे पर चर्चा करने वाली हैं।
एबीपी न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया कि, विपक्षी दलों की राजधानी बेंगलुरु के ताज वेस्ट एंड होटल में मीटिंग होने जा रही है। इस अहम बैठक में विपक्ष के नए गुट के नाम, संयोजक, सभी कार्यक्रमों और आंदोलनों पर चर्चा हो सकती है। साथ ही सीटों के बंटवारों के लिए समितियों के गठन और ईवीएम पर बातचीत होने की संभावना है। इसके अलावा चुनाव आयोगों के सुधार के लिए सभी विपक्षी दल एक साथ ईसी को पत्र सौंप सकते हैं।
जनता से जुड़े मुद्दे पर होगी चर्चा
इन मुद्दों के अलावा विपक्षी दल सरकार को जमीन पर घेरने के लिए जनता से जुड़े मुद्दों को भी उठाने वाले हैं। बैठक में दिल्ली के अध्यादेश, यूसीसी, महंगाई, विदेश नीति, बेरोजगारी, हिंसा जैसे अन्य मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरने के लिए रणनीति बनाएंगे। दक्षिण राज्य में विपक्षी एकता की बैठक में 15 से बढ़कर 25 पार्टियां भाग लेने वाली हैं। कहना गलत नहीं होगा कि दिन ब दिन विपक्षी एकता का कुनबा बढ़ता ही जा रहा है।
एनडीए की भी बैठक
आम चुनाव से ठीक पहले ज्यादा से ज्यादा समान विचारधारा वाले दलों को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और विपक्षी दलों की ओर से अपने खेमे में करने की कवायद की जा रही है ताकि चुनाव में एक दूसरे को पटखनी दी जा सके। विपक्षी एकता को टक्कर देने के लिए एनडीए भी कल यानी 18 जुलाई को दिल्ली में बैठक करने वाली है। जिसमें आगामी चुनाव को लेकर चर्चा होने वाली है। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होने वाले हैं।
23 जून को पटना में हुई थी बैठक
विपक्षी एकता की बैठक का यह दूसरा चरण है जो बेंगलुरु में आयोजित की गई है। इससे पहले बिहार की राजधानी पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बैठक हुई थी। इस मीटिंग में राजद नेता और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी अहम भूमिका निभाई थी। पटना में हुए विपक्षी एकता की बैठक में 15 पार्टियों के नेताओं ने शिरकत किया था। जिसका उद्देश्य केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करना और साल 2024 के लोकसभा चुनाव में मात देना, जिसके लिए सभी दलों ने अपने-अपने सुझाव एक दूसरे के सामने पेश किए थे।
Created On :   17 July 2023 8:54 AM IST