नई संसद का विरोध- सदन में इतने कमजोर हैं मोदी का विरोध करने वाले सांसद, देखिए संख्या बल में कितने पिछड़े हैं
- संसद में किसके कितने सिपाही?
- पीएम के विरोध में कांग्रेस
- संसद में बीजेपी का दबदबा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नए संसद भवन के उद्घाटन पर अब भी खूब हंगामा बरपा हुआ है। सेंट्रल विस्टा के तहत बने नए संसद भवन पर सत्ताधारी बीजेपी और कांग्रेस समेत तमाम अन्य विपक्षी दल एक दूसरे के आमने-सामने आ खड़ी हुई हैं। यूपीए गठबंधन मोदी सरकार को इस बात पर घेर रही है कि इस नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नहीं बल्कि देश के राष्ट्रपति को करना चाहिए क्योंकि वो सर्वोच्च पद पर आसीन हैं।
बता दें कि, इस विरोध प्रदर्शन में सबसे आगे कांग्रेस पार्टी नजर आ रही है। वहीं कांग्रेस के साथ 20 विपक्षी दल भी इसका पूरे जोर शोर से विरोध कर रहे हैं। तमाम दलों की एक राय है कि वो इसका उद्घाटन पीएम को नहीं राष्ट्रपति को करना चाहिए। दरअसल, 18 मई को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पीएम नरेंद्र मोदी को नए संसद भवन को उद्घाटन करने का प्रस्ताव दिया था जिसका स्वीकार करते हुए पीएम ने इनोग्रेशन करने के लिए हामी भर दी थी। तब से विपक्ष लामबंद नजर आ रहा है। कांग्रेस के साथ 20 विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं वहीं भाजपा को अब तक 17 दलों का समर्थन मिल चुका है जो उद्घाटन समारोह में भाग लेने वाले हैं। तो आइए जानते हैं इन दोनों पक्षों की पार्टियों के बारे में इनके कितने सदस्य फिलहाल लोकसभा और राज्यसभा में हैं और वो कौन-कौन सी पार्टियां हैं जो सपोर्ट और विरोध कर रही हैं। इसके साथ ही कुछ ऐसे दल भी हैं जिन्होंने अभी तक किसी तरह का कोई बयान नहीं दिया है।
सरकार के खिलाफ ये 21 सियासी दल और उनकी ताकत
पार्टी | लोकसभा सांसद | राज्यसभा सांसद |
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | 50 | 31 |
द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम | 24 | 10 |
अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस | 23 | 12 |
जनता दल (यूनाइटेड) | 16 | 5 |
शिव सेना (उद्धव गुट) | 7 | 3 |
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी | 5 | 4 |
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) | 3 | 5 |
समाजवादी पार्टी | 3 | 3 |
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग | 3 | 1 |
जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस | 3 | 0 |
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी | 2 | 2 |
आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन | 2 | 0 |
आम आदमी पार्टी | 1 | 10 |
झारखंड मुक्ति मोर्चा | 1 | 2 |
केरल कांग्रेस (एम) | 1 | 0 |
विदुथलाई चिरुथिगल कच्ची | 1 | 0 |
राष्ट्रीय लोकदल | 0 | 1 |
राष्ट्रीय जनता दल | 0 | 6 |
रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी | 1 | 0 |
ऑल इंडिया युनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट | 1 | 0 |
मरुमलार्ची द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (एमडीएमके) | 0 | 0 |
- नई संसद के उद्घाटन कार्यक्रम का जिन राजनीतिक दलों ने बहिष्कार किया है, अगर संसद में इनकी सीटों का समीकरण देखा जाए तो लोकसभा में उनकी कुल ताकत 147 जबकि राज्यसभा में 96 है। यानी मौजूदा समय में विपक्षी दलों के पास लोकसभा का 26.97 फीसदी और राज्यसभा का 40.33 फीसदी समर्थन है।
सरकार के पक्ष में 17 राजनैतिक दल
- नई संसद के उद्घाटन कार्यक्रम के समर्थन में कई दल एक साथ नजर आ रहे हैं। अगर संसद में इनकी सीटों का गणित देखा जाए तो लोकसभा में उनकी कुल ताकत 366 और राज्यसभा में 120 है। लोकसभा सिटिंग सदस्यों की संख्या 545 और राज्यसभा में 238 है। जबकि एनडीए के पास लोकसभा का 67.15 फीसदी और राज्यसभा का 50.42 फीसदी समर्थन हासिल है।
पार्टी | लोकसभा सांसद | राज्यसभा सांसद |
बीजेपी | 301 | 93 |
युवाजन श्रमिक रायथु कांग्रेस पार्टी | 22 | 9 |
बीजू जनता दल | 12 | 9 |
शिव सेना (शिंदे गुट) | 12 | 0 |
बहुजन समाज पार्टी | 9 | 1 |
लोक जन शक्ति पार्टी 6 0 | 6 | 0 |
तेलुगू देशम पार्टी | 3 | 1 |
नेशनल पीपल्स पार्टी | 1 | 1 |
नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी | 1 | 0 |
सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा 1 0 | 1 | 0 |
अपना दल (सोनेलाल) | 2 | 0 |
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) | 0 | 1 |
तमिल मनीला कांग्रेस (मूपनार) | 0 | 1 |
ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम | 1 | 4 |
मिजो नेशनल फ्रंट 1 1 | 1 | 1 |
शिरोमणि अकाली दल | 2 | 0 |
न सपोर्ट न विरोध करने वाली पार्टी
- इन चार पार्टियों का स्टैंड अब तक यानी 25 मई तक क्लीयर नहीं हो पाया है। अगर संसद में इनकी सीटों का समीकरण देखे तो लोकसभा में उनकी कुल ताकत 12 और राज्यसभा में 8 है।
पार्टी | लोकसभा सांसद | राज्यसभा सांसद |
भारत राष्ट्र समिति | 9 | 7 |
जनता दल (सेक्यूलर) | 1 | 1 |
नागालैंड पीपुल्स फ्रंट | 1 | 0 |
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी | 1 | 0 |
Created On :   25 May 2023 5:24 PM IST