मोदी और शाह पर तंज: वन नेशन-वन इलेक्शन को लेकर देश में सियासत तेज, अब ओवैसी ने किया विरोध

वन नेशन-वन इलेक्शन को लेकर देश में सियासत तेज, अब ओवैसी ने किया विरोध
  • मोदी और शाह पर ओवैसी का तंज
  • लगातार चुनाव लोकतांत्रिक जवाबदेही में सुधार लाते हैं- ओवैसी
  • लगातार मैंने वन नेशन-वन इलेक्शन का विरोध किया है- ओवैसी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वन नेशन-वन इलेक्शन को लेकर देश में सियासत तेज है। इस बीच बुधवार को मोदी कैबिनेट में वन नेशन-वन इलेक्शन को मंजूरी दे दी है। जिसके चलते देश में सियासी पारा हाई हो गया है। इस मामले को लेकर विपक्ष के नेता पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और केंद्र सरकार को घेरने में लगे हुए हैं।

मोदी और शाह पर साधा निशाना

एआईएमआईएम (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में कहा, 'लगातार मैंने वन नेशन-वन इलेक्शन का विरोध किया है क्योंकि, ये समस्या की तलाश करने की दिशा में एक समाधान है। ये संघवाद को नष्ट करने के साथ ही लोकतंत्र से समझौता करता है, जो संविधान के मूल ढांचे का अहम हिस्सा है।'

उन्होंने लिखा, 'मोदी और शाह को छोड़ दें तो कई चुनाव, किसी के लिए भी मुसीबत नहीं हैं। सिर्फ इसलिए कि उन्हें नगरपालिका और स्थानीय निकाय चुनावों में भी प्रचार करने की जरुरत पड़ती है, इसका मतलब ये नहीं हो जाता कि हमें एक साथ सभी चुनाव कराने चाहिए। लगातार चुनाव लोकतांत्रिक जवाबदेही में सुधार लाते हैं।'

इससे पहले ओवैसी ने कहा था कि वन नेशन-वन इलेक्शन से कोई भी सरकार तानाशाह बन जाएगी। साथ ही, उन्होंने हर छह महीने में चुनाव कराने की वकालत की।

क्या है कांग्रेस का पक्ष

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी वन नेशन-वन इलेक्शन पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा, 'बीजेपी वन नेशन-वन इलेक्शन के जरिए देश को असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है और ये व्यवहारिक नहीं है।'

Created On :   18 Sept 2024 12:36 PM GMT

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