दिल्ली और हरियाणा के बीच अटका यमुना का पानी, भरी गर्मी में प्यास से हलाकान हुई दिल्ली, क्या देश में शुरू हो सकता है एक और 'नदी जल विवाद'!
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। यमुना नदी एक बार फिर बुरे दौर से गुजर रही है। कभी अपने झाग भरे प्रदूषण को लेकर तो कभी अपने किनारों से दूर हो कर यमुना नदी हमेशा पर्यावरणविदों की चिंता का कारण बनती रही है। इस बार यमुना की हालत देखकर पूरी दिल्ली और यूपी का बड़ा हिस्सा हलाकान है। क्योंकि, यह वही यमुना नदी जो दिल्ली वासियों के कपड़े धोने, नहाने से लेकर प्यास को मिटाने तक का काम करती है। लेकिन यमुना वर्तमान में दिल्ली के लोगों की केवल प्यास बुझाने में असमर्थ दिखाई दे रही है। पानी की परेशानी सामने आने से लोग सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं। माना यह जा रहा है कि सरकार की तरफ से जल्द ही कोई समाधान नहीं निकाला जाता है तो दिल्ली में पानी की भारी समस्या खड़ी हो सकती है।
दिल्ली-हरियाणा के अलग अलग दावे
बता दें यमुना में हरियाणा की तरफ से पानी छोड़ा जाता है। न्यूज 18 की मानें तो हरियाणा की ओर से छोड़े जाने वाला पानी का लेवल लगभग 15 दिनों से कम रिकार्ड किया जा रहा है। वहीं हरियाणा सरकार लगातार दावा कर रही है कि दिल्ली के हिस्से का पानी पर्याप्त मात्रा में दिया जा रहा है। ऐसी स्थिति में जानकारों का मानना है कि यमुना में पानी को लेकर दिल्ली और हरियाणा की सरकारें आमने सामने आ सकती है। अगर ऐसा होता है तो फिर देश में पानी को लेकर कावेरी जल विवाद जैसा है नया विवाद खड़ा होने के आसार भी बन सकते हैं।
इतने इलाके प्रभावित
बता दें सामान्य तौर पर यमुना में जल स्तर 674.50 होना चाहिए। लेकिन वर्तमान में 668.30 होने के बाद अब धीरे-धीरे फिर नीचे पहुंचने लगा है। जो दिल्ली के लिए चिंताजनक है। वर्तमान में दिल्ली के कई इलाके ऐसे हैं जो सबसे ज्यादा पानी के लिए जूझ रहे हैं। उनमें से किराड़ी विधानसभा क्षेत्र, हिंदूराव अस्पताल, सिविल लाइंस, कमला नगर, शक्ति नगर, करोल बाग, एनडीएमसी क्षेत्र, पहाड़ गंज, पुराना और नया राजिंदर नगर, पटेल नगर (पूर्व और पश्चिम), प्रेम नगर,बलजीत नगर, इंद्रपुरी और आसपास के क्षेत्र, गोविंदपुरी,कालकाजी, तुगलकाबाद, अंबेडकर नगर,संगम विहार,प्रहलादपुर, दिल्ली गेट, रामलीला ग्राउंड, सुभाष पार्क, गुलाबी बाग, पंजाबी बाग, जहांगीरपुरी, मॉडल टाउन, मूलचंद, साउथ एक्सटेंशन, ग्रेटर कैलाश, बुराड़ी और दक्षिणी दिल्ली के अधिकतर इलाकों ऐसे है जिसमें पानी के लिए लोगों को परेशान होना पड़ रहा है।
Created On :   6 Jun 2022 2:55 PM GMT