क्या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सपना होगा पूरा? विपक्ष की एकजुटता पर ये बोली प्रियंका गांधी, अब भाजपा के खिलाफ दिखेगी विपक्षी दलों की एकजुटता!
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्रियंका गांधी का साथ मिलता हुआ दिखाई दे रहा है। बीते शनिवार यानी 25 फरवरी को बिहार के महागठबंधन की सरकार ने पूर्णिया जिले में एक विशाल रैली को संबोधित किया था। इसी कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार ने भाजपा से लड़ने के लिए सारे विपक्षी दल को एकजुट होने का आव्हान किया था। सीएम नीतीश ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी को अब अपना फैसला लेना होगा कि वो कब विपक्ष के साथ आकर जुड़ती है। इस बयान के बाद अब कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी का एक बयान आया है। उन्होंने ये बयान रायपुर में चल रही पार्टी के महाधिवेशन के दौरान दिया है। जिसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुनकर काफी खुश होंगे।
विपक्षी एकजुटता पर क्या बोलीं प्रियंका?
बता दें कि, कांग्रेस पार्टी का छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 85वां राष्ट्रीय अधिवेशन चल रहा है। जहां पार्टी को मजबूत करने के लिए कौन-कौन से मुख्य कारक हो सकते हैं, इसी बात को ध्यान में रखकर पार्टी के दिग्गज नेता कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे हैं। इस कार्यक्रम में प्रियंका गांधी ने भी अपनी स्पीच दी। इस दौरान उन्होंने जो कहा उसे सीएम नीतीश के बिहार में आयोजित महागठबंधन की रैली में दिये विपक्षी एकता वाले बयान से जोड़ कर देखा जा रहा है।
गौरतलब है कि प्रियंका ने रायपुर में चल रहे पार्टी के महाधिवेशन के अंतिम सत्र को संबोधित करने के दौरान विपक्षी एकता को लेकर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा, 'चुनाव में एक साल बचे हैं। जितनी पार्टियां है, जिनकी विचारधारा भारतीय जनता पार्टी से नहीं मिलती है। इन तमाम पार्टियों से उम्मीद है कि वो एक साथ आकर बीजेपी के खिलाफ लड़े। प्रियंका ने कहा कि इन सभी पार्टियों को कांग्रेस से सबसे ज्यादा उम्मीदे हैं।'
भारत जोड़ोयात्रा पर बोलीं प्रियंका
प्रियंका गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से आगे कहा कि सरकार की विफलताओं को आप जन-जन तक ले जाएं, ताकि जनता में पार्टी को लेकर एक विश्वास कायम हो। उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा का भी जिक्र करते हुए कहा कि इस यात्रा से कांग्रेस पार्टी को एक लंबी विचारधारा मिली है और पार्टी इसे आगे तक जारी रखने का प्रयास करती रहेगी।
रैली में क्या बोले थे नीतीश?
प्रियंका गांधी के इस बयान के बाद नीतीश कुमार का रिएक्शन क्या आता है यह देखना दिलचस्प होगा। दरअसल, नीतीश कुमार ने अपनी रैली के दौरान भाजपा पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि, केंद्र सरकार की ओर से राज्य को किसी भी प्रकार की सहायता नहीं मिली है। देश में अल्पसंख्यकों को डराया जा रहा है। भाजाप वाले जितना भी घूम ले 100 सीटें भी जीतना मुश्किल होगा। सीएम नीतीश ने आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर कहा कि, सभी विपक्षी दलों को एकजुट आकर लड़ना होगा तभी भाजपा से जीता जा सकेंगा, अब कांग्रेस को फैसला लेना है कि वो साथ आती है या नहीं।
सीएम नीतीश का क्या है लक्ष्य?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आगे कहा कि जब मैंने प्रदेश में बीजेपी का साथ छोड़ा तो सभी दलों ने मुझे धन्यवाद दिया था। हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब सीएम नीतीश ने विपक्ष से एकजुट होने की बात की है। इससे पहले भी वो कई मौकों पर सभी दलों से साथ में आने की अपील कर चुके हैं। पिछले साल भाजपा से गठबंधन तोड़ने के बाद सीएम नीतीश दिल्ली में विपक्षी नेताओं के साथ बैठक की थी और साथ में आने का प्रस्ताव में दिया था। इसके अलावा नीतीश कुमार ने कई बार मीडिया के सामने भाजपा को हराने की बात कह चुके हैं। उनका मानना है कि मेरी जिंदगी का एक ही लक्ष्य बीजेपी को हराना है। अब देखना होगा कि प्रियंका गांधी के इस बयान के बाद सारे विपक्षी दल एक मंच पर नजर आते हैं या नहीं।
Created On :   26 Feb 2023 2:38 PM IST