कौन हैं डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह, एक बार टाडा के तहत लग चुके हैं आरोप
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर एक बार आतंकवादी एवं विध्वंशकारी गतिविधियां निरोधक कानून (टाडा) के तहत आरोप लगाया गया था, और बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में भी उनका नाम सामने आया था।
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के विष्णुहरपुर के रहने वाले सिंह खुद पहलवान थे। वह अयोध्या के साकेत कॉलेज से छात्र राजनीति में भी शामिल थे।
1991 के लोकसभा चुनाव में वह कांग्रेस नेता आनंद सिंह को हराकर सुर्खियों में आए थे, जिनके मार्गदर्शन में उन्होंने पहले काम किया था। हाल ही में वह रांची में एक पहलवान को थप्पड़ मारने को लेकर भी चर्चा में रहे थे। 90 के दशक में उन पर दाऊद इब्राहिम के गुर्गो सुभाष ठाकुर, जयेंद्र ठाकुर और परेश देसाई को शरण देने के लिए टाडा के तहत आरोप लगाया गया था, लेकिन बाद में उन्हें बरी कर दिया गया था।
उनके खिलाफ 2019 के चुनाव में हलफनामे के अनुसार 4 मामले लंबित हैं जिसमें हत्या के प्रयास का आरोप भी शामिल है। 1991 के बाद से वह 1998 में गोंडा से एक बार चुनाव हारे थे, जब आनंद सिंह के बेटे कीर्तिवर्धन सिंह, जो अब खुद भाजपा सांसद हैं, ने उन्हें समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में हराया था। लेकिन वह 1999 में उसी निर्वाचन क्षेत्र से 13वीं लोकसभा के लिए फिर से चुने गए और 2004 में, उत्तर प्रदेश के बलरामपुर निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर 14वीं लोकसभा के लिए चुने गए।
20 जुलाई 2008 को वह समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। 2009 में, वह उत्तर प्रदेश राज्य के कैसरगंज निर्वाचन क्षेत्र से 15वीं लोकसभा के लिए चुने गए। वह बाद में 16वें आम चुनाव से महीनों पहले भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए और वर्तमान में लोकसभा के सदस्य हैं। 1996 में जब वह टाडा के तहत जेल में थे तब उनकी पत्नी केतकी सिंह भी सांसद थीं और उनके बेटे प्रतीक भूषण सिंह गोंडा से भाजपा विधायक हैं।
ओलंपियन पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगट और अन्य शीर्ष भारतीय पहलवान विनेश द्वारा महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोपों के बाद राष्ट्रीय राजधानी में जंतर मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कोचों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए रो पड़े, ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया सहित 30 से अधिक पहलवानों ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। विनेश ने कहा कि उन्हें बृजभूषण शरण सिंह द्वारा मानसिक उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा, उन्होंने आत्महत्या के बारे में भी सोचा था।
गुरुवार की सुबह, गीता फोगट और बबीता फोगट ने डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष को हटाने की मांग करने वाले प्रदर्शनकारी पहलवानों को अपना समर्थन देते हुए ट्वीट किया।
(आईएएनएस)
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Created On :   19 Jan 2023 8:00 PM IST