जलालपुर में कौन सी जाति का चलेगा जादू, हाथी के गढ़ में त्रिकोणीय मुकाबला, भाजपा सपा बसपा कौन मारेगा बाजी ?
- छूटा पशु किसानों की सबसे बड़ी समस्या
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के छठे चरण का प्रचार जोरों शोरों पर चल रहा है। छठे चरण के प्रचार का शोरगुल आज थम जाएगा। इस चरण का मतदान तीन मार्च को होना है। आपको बता दें इस बार अंबेडकर नगर की जलालपुर विधानसभा सीट चर्चा का विषय बनी हुई है। इस सीट को अहम सीटों में गिना जा रहा है। इस सीट पर इस बार कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। सपा बसपा बीजेपी में यहां त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है।
मंडी न होने के चलते यहां के अन्नदाता को फसल बेचने में कठिनाई होती है। धान के साथ साथ फसल बेचने की किसानों को समस्या यहां प्रमुख मुद्दा है। महंगाई, बेरोजगारी, छूटा पशु भी यहां कि बड़ी समस्या है क्योंकि खुले में घूमते पशु फसल को खेत में ही नुकसान पहुंचा देते है। इलाके में सरकार पर विकास और रोजगार की अनदेखी का आरोप लगता रहा है।
सीट पर सियासी दलों की विरासत
जलालपुर विधानसभा सीट बहुजन समाज पार्टी की एक मजबूत सीट मानी जाती रही है। बसपा के राम लखन ने 1989, 1991, 1993 में लगातार तीन बार जीत हासिल की। 1996 में पहली दफा बीजेपी के खाते में गई। तब भाजपा के शेर बहादुर ने जीत दर्ज कर सीट को भाजपा की झोली में डाला। 2002 विधानसभा चुनाव में एक बार फिर बीएसपी के राकेश पांडे ने बीजेपी के शेर बहादुर को हराकर हाथी की हुंकार भरी थी। उसके बाद शेर बहादुर ने भाजपा का दामन छोड़कर बसपा में शामिल हो गए और 2007 में दुसरी बार बीएसपी से विधायक बने। दल बदलते हुए शेर बहादुर कमल हाथी की सवार करते हुए 2012 में सपा की साइकिल पर सवार होकर तीसरी बार लखनऊ पहुंचे। 2017 विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के रितेश पांडे ने यहां से हाथी पर बैठकर यूपी की विधानसभा सदन में गूंज भरी थी।
जलालपुर का जातीय समीकरण
बात अगर मतदाताओं की संख्या की जाए तो जलालपुर में वोटर्स की कुल संख्या करीब 3 लाख 45 हजार है। जिनमें 1 लाख 86 हजार पुरुष मतदाता है वहीं 1 लाख 58 हजार महिला वोटर्स है। जातिगत आंकड़ों के हिसाब से यहां दलितों की संख्या सबसे अधिक है।
जलालपुर का जातीय गणित
दलित - एक लाख
मुस्लिम- 60 हजार
यादव- 55 हजार
ब्राह्मण- 29 हजार
ठाकुर- 11 हजार
कुर्मी- 22 हजार
जलालपुर के प्रत्याशी
भाजपा - सुभाष राय
सपा - राकेश पांडेय
बसपा - राजेश सिंह
कांग्रेस - डॉ. रागिनी पाठक
Created On :   1 March 2022 2:20 PM IST