जब भगवान राम और महाराणा प्रताप ने त्याग दिया जातिवाद, तो हम क्यों दे रहे बढ़ावा : आरएसएस

When Lord Ram and Maharana Pratap gave up casteism, why are we promoting it: RSS
जब भगवान राम और महाराणा प्रताप ने त्याग दिया जातिवाद, तो हम क्यों दे रहे बढ़ावा : आरएसएस
जयपुर जब भगवान राम और महाराणा प्रताप ने त्याग दिया जातिवाद, तो हम क्यों दे रहे बढ़ावा : आरएसएस

डिजिटल डेस्क,  जयपुर। आरएसएस के महासचिव दत्तात्रेय होसबले ने भगवान श्री राम और महाराणा प्रताप का उदाहरण देते हुए लोगों से जातिवाद छोड़कर राष्ट्र निर्माण में योगदान करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा, भगवान श्रीराम ने कभी जातिवाद का पालन नहीं किया। उन्होंने एक निम्न वर्ग की भक्त सबरी के यहां जामुन खाए। यहां तक कि महाराणा प्रताप की सेना में भी भील और अन्य जातियों के लोग शामिल थे, जो उनके साथ साझा किए गए सौहार्दपूर्ण संबंधों को दर्शाते हैं। जब उन्होंने भेदभाव नहीं किया तो हम ऐसा क्यों कर रहे हैं? हमें यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि हम सभी हिंदू हैं और हम भाई हैं।

होसबले रविवार शाम पाली के बांगर कॉलेज परिसर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा, जब देश हमें सब कुछ देता है, तो हमें उसे कुछ वापस देना भी सीखना चाहिए। हमारे बीच कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए और हमारे मन में स्वाभिमान, राष्ट्र के प्रति प्रेम होना चाहिए।

उन्होंने हजारों लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी को अपने बच्चों में देशभक्ति की भावना जगानी चाहिए। ताकि वे बड़े होकर अच्छे नागरिक बन सकें। चूंकि भारत माता की जय और वंदे मातरम स्वतंत्रता आंदोलन के नारे थे, इसलिए हमें उनका भी जाप करना चाहिए।

अमेरिका की न्यूजवीक पत्रिका में प्रकाशित एक लेख हम सब हिंदू हैं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि योग, आयुर्वेद दुनिया को हिंदुत्व की देन है। हम सभी हिंदू हैं। हमें इस पर गर्व होना चाहिए। उन्होंने संघ के तीन वर्ष बाद आने वाले शताब्दी वर्ष के मौके पर समाज से भारत को समृद्ध और शक्तिशाली बनाने में योगदान देने का आह्वान किया। इसके साथ ही उन्होंने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।

 

 (आईएएनएस)

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Created On :   10 Oct 2022 1:00 PM IST

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