बजरंगबली और बजरंग दल के बीच क्या संबंध है : शिवकुमार

What is the relation between Bajrangbali and Bajrang Dal: Shivkumar
बजरंगबली और बजरंग दल के बीच क्या संबंध है : शिवकुमार
कर्नाटक बजरंगबली और बजरंग दल के बीच क्या संबंध है : शिवकुमार

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक इकाई के कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने अपनी पार्टी के घोषणापत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के वादे पर उठे विवाद को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए बुधवार को कहा कि वह भी भगवान हनुमान के भक्त हैं, लेकिन भाजपा बताए कि बजरंगबली और बजरंग दल के बीच क्या संबंध है।

यहां कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए शिवकुमार ने कहा : मैं हिंदू हूं, भगवान हनुमान और भगवान राम का भक्त हूं। क्या वे (भाजपा नेता) केवल भगवान हनुमान के भक्त हैं? कर्नाटक शांति का स्वर्ग रहा है, साजाजिक सद्भाव बिगाड़कर लोगों को परेशान नहीं किया जाना चाहिए।

शिवकुमार ने सवाल किया, वे बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के हमारे प्रस्ताव से घबरा रहे हैं। मगर हमारे घोषणापत्र में कोई बदलाव नहीं होगा। वे पहले यह बताएं कि बजरंगबली और बजरंग दल के बीच क्या संबंध है?

इस बीच, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कांग्रेस के घोषणापत्र पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस किसी भी कीमत पर बजरंग दल पर प्रतिबंध नहीं लगा सकती, क्योंकि यह अधिकार राज्य सरकार के पास नहीं है।

पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, बजरंग दल एक अखिल भारतीय संगठन है और राज्य सरकार इसे कैसे प्रतिबंधित कर सकती है? कांग्रेस ने केवल समाज में परेशानी पैदा करने के लिए इस संगठन पर प्रतिबंध लगाने की बात कही है।

शिवकुमार ने कहा, अंजनेय (भगवान हनुमान) और बजरंग दल अलग-अलग हैं। भाजपा को बजरंग दल नहीं, बजरंगबली का नाम लेकर चुनाव प्रचार करना चाहिए। वे आपको बताएं कि उन्होंने भूख और बेरोजगारी को खत्म करने के लिए क्या किया है?

शिवकुमार ने गुरुवार (4 मई) को आयोजित होने वाले हनुमान चालीसा पाठ कार्यक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा : क्या वे अकेले ऐसे लोग हैं जो हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे? हम तो यह हर दिन करते हैं। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि अतीत का आरएसएस और मौजूदा आरएसएस अलग हैं।

शिवकुमार ने कहा, आप (भाजपा) अनावश्यक बातें क्यों कर रहे हैं? आपने अपनी पार्टी के नेताओं अयानूर मंजूनाथ और के.एस. ईश्वरप्पा को टिकट क्यों नहीं दिया, इस पर बात क्यों नहीं करते? हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हमारी गारंटी लोगों तक पहुंचे। इस तरह के मुद्दे उठाकर भाजपा सिर्फ लोगों को भड़का रही है। लोग समझ गए हैं कि इनकी मंशा क्या है। हिंदुत्ववादी संगठनों और बजरंग दल ने गुरुवार (4 मई) को राज्य के सभी मंदिरों में हनुमान चालीसा का पाठ करने का आह्वान किया है।

शिवकुमार ने कहा, यह दांव काम नहीं करेगा। भाजपा के नेता भले ही कुछ भी कर लें, हमें निश्चित रूप से 141 सीटें मिलेंगी। परिणाम 13 मई को घोषित किए जाएंगे और सभी को पता चल जाएगा। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव 10 मई को होने हैं और वोटों की गिनती 13 मई को होगी।

 

(आईएएनएस)

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Created On :   3 May 2023 7:00 PM IST

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