सीबीआई ने बंगाल के प्रमुख विश्वविद्यालय के वीसी को गिरफ्तार किया
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार दोपहर को पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) भर्ती में गड़बड़ी घोटाले के सिलसिले में उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय के कुलपति सुबीरेश भट्टाचार्य को गिरफ्तार किया। वह 2014 और 2018 के बीच की अवधि में, पार्थ चटर्जी के साथ तत्कालीन राज्य शिक्षा मंत्री के रूप में डब्ल्यूबीएसएससी के अध्यक्ष थे, जब शिक्षक भर्ती घोटाला कथित तौर पर हुआ था।
शिक्षक भर्ती अनियमितता घोटाले के सिलसिले में यह नौवीं गिरफ्तारी है, वहीं सुबीरेश भट्टाचार्य गिरफ्तार होने वाले किसी भी राज्य विश्वविद्यालय के पहले कुलपति हैं।
इस सिलसिले में अन्य गिरफ्तारियों में राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी, उनकी करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी, पश्चिम बंगाल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (डब्ल्यूबीएसएससी) के पूर्व अध्यक्ष, कल्याणमय गंगोपाध्याय, डब्ल्यूबीएसएससी के पूर्व सचिव अशोक साहा, आयोग की स्क्रीनिंग कमेटी के पूर्व संयोजक एसपी सिन्हा और तीन बिचौलिए प्रदीप सिंह, प्रसन्ना रॉय और सुब्रत मालाकार शामिल हैं।
पता चला है कि सुबीरेश भट्टाचार्य को मंगलवार को सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा, जहां केंद्रीय एजेंसी के वकील पूछताछ के लिए उनकी हिरासत की मांग करेंगे।
रिपोर्ट दर्ज होने तक तृणमूल कांग्रेस का एक भी नेता इस मामले में कोई टिप्पणी या बयान देने को तैयार नहीं था। माकपा के राज्यसभा सदस्य और कलकत्ता उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता विकास रंजन भट्टाचार्य ने कहा कि अब तक पूर्व शिक्षा मंत्री से लेकर इस सिलसिले में गिरफ्तार आयोग के अधिकारियों तक ने उच्च अधिकारियों की ओर उंगली उठाई हैं।
उन्होंने आगे कहा, एक बड़ा घोटाला हुआ है। जहां तक उच्च अधिकारियों का संबंध है, जैसा कि गिरफ्तार व्यक्तियों ने कहा है, उनके पास केवल एक उच्च अधिकारी हैं, जो पश्चिम बंगाल का मुख्यमंत्री है। इसलिए, केंद्रीय एजेंसियों के लिए तदनुसार कार्य करने का समय आ गया है।
, 19 सितम्बर (आईएएनएस)
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Created On :   19 Sept 2022 1:31 PM GMT