अग्निपथ योजना का हिंसक और अराजक विरोध निंदनीय, राजनीति की वजह से बिगड़े हालात : एवीवीपी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एवीवीपी) ने अग्निपथ योजना के हिंसक और अराजक विरोध की निंदा करते हुए कहा है कि देश की तीनों सेनाओं के नेतृत्व द्वारा स्वीकार्य यह अग्निपथ सैन्य भर्ती योजना सामरिक दृष्टि से जरूरी था, इसलिए लाया गया है।
एवीवीपी की राष्ट्रीय महासचिव निधि त्रिपाठी ने इस योजना के खिलाफ देशभर में हो रही हिंसा के लिए राजनीति को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि अग्निपथ योजना देश में सैन्य सुधार की दिशा में बड़ा कदम है। इस योजना के संबंध में जो स्थितियां गलत आकलन या राजनीतिक दुर्भावनावश बनी हैं, वह नहीं होनी चाहिए थीं।
निधि त्रिपाठी ने आगे कहा कि अगर इस योजना के संबंध में युवाओं के मन में कोई भी शंका है तो इसे दूर करने के लिए सही कदम उठाना ही एकमात्र रास्ता है।
संघ से जुड़े इस छात्र संगठन ने योजना के विरोध में की जा रही हिंसा की पुरजोर शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि युवाओं के मन की शंका का समाधान सरकार से बातचीत के जरिए ही हो सकता है और इसलिए उन्हें हिंसा के मार्ग पर भेजने वाले कुत्सित प्रयासों को रोकने के लिए सही दिशा में प्रयास करना जरूरी है।
विरोधी राजनीति दलों पर निशाना साधते हुए एवीवीपी ने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा के कूटनीतिक विषय में तीनो सेनाओं के नेतृत्व द्वारा वर्तमान समय की सामरिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर लिए गए निर्णय पर विभिन्न राजनैतिक समूहों द्वारा बिना सोचे समझे की गई अनपेक्षित टिप्पणियों से अग्निपथ भर्ती योजना के देशहित में भावी उद्देश्यों की हानि हुई है, जो अत्यंत चिंताजनक तथा दुर्भाग्यपूर्ण है।
एवीवीपी ने इस वर्ष अधिकतम आयु में छूट देने और अग्निवीरों को भविष्य में अर्धसैनिक बलों, राज्य पुलिस तथा अन्य क्षेत्रों में विशेष आरक्षण दिए जाने की घोषणाओं का स्वागत करते हुए उम्मीद जताई कि सेना में प्रशिक्षित हुए अग्निवीर निश्चित ही अन्य क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण कार्य कर देश के विकास में सहभागी बनेंगे तथा इन क्षेत्रों में अपेक्षित सुधारों के वाहक होंगे।
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Created On :   19 Jun 2022 11:30 PM IST