काशीपुर में 500 हिंदुओं का बौद्ध धर्म में धर्मांतरण का वीडियो हुआ वायरल, प्रशासन ने किया इन्कार
- प्रशासन की तरफ से जांच कराने की बात
डिजिटल डेस्क, देहरादून। काशीपुर में बौद्ध धर्म के दीक्षा समारोह के वायरल हो रहे एक वीडियो ने हड़कंप मचा दिया है। इस वीडियो में हिंदुओं का बौद्ध धर्म में धर्मांतरण कराया जा रहा है। हालांकि प्रशासन इस तरह के किसी कार्यक्रम से इन्कार कर रहा है। मगर वायरल हो रहा वीडियो प्रशासन के दावों की पोल खोलता नजर आ रहा है। इस समारोह में बसपा शासन काल में उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री रहे दद्दू प्रसाद भी मौजूद थे।
क्या है वायरल वीडियो में:- वायरल वीडियो में हिंदू देवी देवताओं को न मानने और उनमें आस्था न रखने की कसमें खिलाई जा रही हैं। इसमें सभी मंच से लोगों को ब्रह्मा, विष्णु, महेश, राम और कृष्ण को ईश्वर न मानने और इनकी पूजा न करने की शपथ दिलाई जा रही है। ऐसी 22 शपथ वहां मौजूद लोगों को दिलाई गई। ऐसे में इस पूरे आयोजन को लेकर प्रशासन पर भी सवाल उठने लगे हैं। मामले में प्रशासन की तरफ से जांच कराने की बात कही जा रही है।
क्या हुआ था कार्यक्रम में:- ऊधमसिंह नगर में काशीपुर के भोगपुर, प्रतापपुर के आंबेडकर पार्क में रविवार को जन कल्याण सेवा समिति के तत्वावधान में धम्म दीक्षा समारोह का अयोजन किया गया था। कार्यक्रम के आयोजनकतार्ओं के मुताबिक, इस आयोजन में तकरीबन 500 से ज्यादा लोग पहुंचे और सभी को दीक्षा दी गई। आयोजनकर्ताओं का कहना था कि इसके लिए बकायदा शपथ पत्र भी जिलाधिकारी को भेज दिया गया था। दिल्ली में भी ऐसी ही घटना हुई थी।
पूरे मामले में जिस प्रकार प्रकरण में खुलेआम एक धर्म के देवी देताओं के खिलाफ नारे शपथ दिलाया जा रहा है, कहीं न कहीं यह दिल्ली में पिछले माह हुए आयोजन की याद दिला रहा है। जहां दिल्ली सरकार के मंत्री की उपस्थिति में ठीक इसी प्रकार से लोगों को हिंदू विरोध शपथ दिलाई गई थी कि एससी, एसटी समाज को हिंदू धर्म का साबित करें एक करोड़ का इनाम ले जाएं।
काशीपुर में आयोजित कार्यक्रम के प्रबंधक राजेश गौतम का साफ कहना है कि हम हिंदू धर्म को नहीं मानते और इसके लिए ही दीक्षा लेने वालों को शपथ दिलाई गई। उनका कहना है कि एससी और एसटी वर्ग हिंदू नहीं है। कोई साबित कर दे तो वह एक करोड़ का इनाम देने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि हमारा हिंदू धर्म से कोई नाता नहीं है और न ही उनके देवी देवताओं से। हमारा धर्म बौद्ध है। अशिक्षा के चलते इतने दिनों तक हम भ्रम में रहें।
पुलिस के अनुसार वायरल वीडियो की जांच की जा रही है। इसमें एक धर्म विशेष के प्रति की जा रही टिप्पणी का मामला सामने आने पर ऐसे लोगों पर उचित वैधानिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
आईएएनएस
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Created On :   8 Nov 2022 11:30 PM IST