टीआरएस नेता कविता की सुप्रीम कोर्ट से अपील, बिलकिस बानो मामले में हस्तक्षेप करें

TRS leader Kavita appeals to Supreme Court to intervene in Bilkis Bano case
टीआरएस नेता कविता की सुप्रीम कोर्ट से अपील, बिलकिस बानो मामले में हस्तक्षेप करें
तेलंगाना टीआरएस नेता कविता की सुप्रीम कोर्ट से अपील, बिलकिस बानो मामले में हस्तक्षेप करें

डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की नेता के. कविता ने गुजरात सरकार द्वारा बिलकिस बानो दुष्कर्म मामले में 11 दोषियों की रिहाई को शर्मनाक बताते हुए गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट से हस्तक्षेप करने और इस पर तत्काल कार्रवाई करने की अपील की।

तेलंगाना विधान परिषद की सदस्य ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर दुष्कर्म और हत्या जैसे जघन्य अपराधों के दोषियों को रिहा करने के निर्णय ने इस विशेष दिन की दिव्यता को कलंकित किया है।

पूर्व सांसद ने कहा कि शर्मनाक फैसला तुरंत वापस लिया जाना चाहिए, ताकि नागरिकों का कानून पर से विश्वास न उठे और निर्भया कांड जैसे मामले और न हों और किसी भी महिला को बिलकिस बानो जैसी पीड़ा से न गुजरना पड़े।

गुजरात में भाजपा सरकार ने सोमवार को 2002 के गुजरात दंगों के दौरान गर्भवती बिलकिस बानो के साथ दुष्कर्म और उसके परिवार के सात सदस्यों की हत्या के लिए दोषी ठहराए गए सभी 11 लोगों को अपनी छूट नीति के तहत रिहा कर दिया।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी कविता ने कहा, यह इस तथ्य के बावजूद हुआ है कि केंद्र सरकार ने दिशानिर्देश भेजे हैं, जिसमें स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि दुष्कर्मियों और उम्रकैद की सजा वाले कैदियों को माफ नहीं किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि गुजरात की भाजपा सरकार ने पांच महीने की गर्भवती बिलकिस बानो के दुष्कर्मियों को रिहा कर और उसके 3 साल के बच्चे की हत्या करके असंवेदनशीलता प्रदर्शित की है। यह न केवल कानून के खिलाफ है बल्कि मानवता के खिलाफ भी है।

कविता ने कहा, एक महिला होने के नाते मैं बिलकिस बानो द्वारा अनुभव किए गए दर्द और भय को महसूस कर सकती हूं। जेल से छूटने के बाद दुष्कर्मियों और हत्यारों का एक निश्चित विचारधारा का पालन करने वाले कुछ लोगों द्वारा किया गया स्वागत एक न्यायपूर्ण समाज के चेहरे पर एक तमाचा है। यह विरासत का रूप ले, इससे पहले इस बेहद खतरनाक परंपरा को रोकना अनिवार्य है।

कविता के भाई और टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामाराव ने भी बुधवार को मांग की थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हस्तक्षेप करें और गुजरात सरकार के आदेश को रद्द करवाएं।

रामा राव ने ट्वीट किया, यदि आपका वास्तव में वही मतलब था जो आपने महिलाओं के सम्मान के बारे में कहा था, तो आपसे हस्तक्षेप करने और 11 दुष्कर्मियों को रिहा करने के गुजरात सरकार से आदेश को रद्द करने का आग्रह करें।

केटीआर ने स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री के भाषण का जिक्र करते हुए यह ट्वीट किया था।

(आईएएनएस)

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Created On :   18 Aug 2022 3:30 PM IST

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