विधानसभा जीत में अहम स्थान रखता है यूपी का ये क्षेत्र, इसलिए मोदी-योगी ने खोला जीत का पिटारा
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। यूपी चुनाव से पहले वैसे तो सारे समीकरण और सर्वे बीजेपी की जीत की तरफ ही इशारा कर रहे हैं। लेकिन इस बार विपक्ष भी जीत के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहा है। जीते या न जीते लेकिन सीटों का नुकसान भी पहुंचाया तो ये बीजेपी की बड़ी हानी होगी। यही वजह है कि पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम आदित्य नाथ योगी जीत के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे। अब दोनों की नजर पूर्वांचल पर है। जहां पीएम मोदी ने सौ अरब के विकास कार्यों की सौगात दी है। सीएम योगी के क्षेत्र गोरखपुर में एक भारी भरकम कार्यक्रम में पीएम ने एम्स, खाद कारखाने और हाईटेक लेब की सौगात दी है। इस तरह पीएम ने यूपी या यूं कहें पूर्वी यूपी को सौ अरब रुपये की सौगात दी है।
ये करना इसलिए जरूरी था कि दोनों नेता खूब जानते हैं कि यूपी चुनाव जीतने की चाबी पूर्वांचल में ही छुपी है। इस सीट का पुराना समीकरण ही ऐसा है कि जिसनें यहां बाजी मार ली वो यूपी का सिरमौर बन जाता है। 2017 के चुनाव में बीजेपी को पूर्वांचल की 160 में से 115 सीटें मिली थीं। इससे पहले 2007 में बसपा को यहां से सौ सीटें मिली। 2012 में सपा यहां से 110 सीटें जीत कर सत्ता में आई। कुल 403 सीटों की विधानसभा तक पहुंचने के लिए ये एक बड़ा आंकड़ा है। जिसे दरकिनार नहीं किया जा सकता। अगले साल होने वाले चुनाव में बीजेपी इस इलाके पर खास फोकस रखना चाहती है। दूसरी बड़ी वजह ये है कि यही योगी आदित्यनाथ का गढ़ भी है। लिहाजा यहां से हर सीट जीतना बीजेपी की नाक भी सवाल है।
Created On :   7 Dec 2021 5:57 PM IST