दिस इज केरल: विजयन ने राज्यपाल खान की आलोचना की

This is Kerala: Vijayan criticizes Governor Khan
दिस इज केरल: विजयन ने राज्यपाल खान की आलोचना की
केरल सियासत दिस इज केरल: विजयन ने राज्यपाल खान की आलोचना की

डिजिटल डेस्क, तिरुवनंतपुरम। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के बीच बुधवार को वाकयुद्ध तेज हो गया, जब विजयन ने राज्यपाल को व्यवहार पर सवाल उठाया और याद दिलाया कि यह केरल है।

विजयन ने राज्य माकपा मुख्यालय के सभागार में लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट द्वारा बुलाई गई एक जनसभा का उद्घाटन करते हुए कहा- यहां कुछ (राज्यपाल)समानांतर सरकार चलाने की कोशिश कर रहे हैं और यहां तक कि पुलिस को निर्देश भी दे रहे हैं कि अपना विभाग कैसे चलाए। उनका कहना है कि वह मंत्रियों के प्रति खुशी वापस ले लेंगे, वह जो समझने में विफल रहते हैं वह यह है कि यहां एक निर्वाचित सरकार है और एक विधायिका है और इन सबसे ऊपर, उन्हें समझना चाहिए कि यह केरल है। उन्हें लगता है कि सभी शक्तियां उनके पास हैं और खुद को न्यायपालिका से भी ऊपर मानते हैं।

उन्होंने आगे कहा कि ऐसा लगता है कि राज्यपाल के पास एक एजेंडा है। विजयन ने खान को कड़ी चेतावनी दी कि यह केरल है और कहा- जरा देखिए, देश में कई विश्वविद्यालय आरएसएस के नियंत्रण में हैं और इसी तरह का एजेंडा यहां काडोर्ं पर है और वह आरएसएस के अनुयायियों को यहां रखकर यहां भी ऐसा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि खान राज्यपाल के रूप में अपने कर्तव्यों का पालन नहीं कर रहे हैं और उन विधेयकों पर हस्ताक्षर नहीं कर रहे हैं जो उन्हें भेजे गए हैं। विजयन ने कहा, राज्यपाल की जिम्मेदारियों पर मद्रास उच्च न्यायालय के फैसले आए हैं, और खान पर यहां एक ऐसा परि²श्य बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाया जिससे केंद्र हस्तक्षेप कर सके।

विजयन जिस तरह से उच्च शिक्षा क्षेत्र को चला रहा है, उनके खिलाफ खान लगातार मुखर हैं और एक्शन ले रहे हैं। पहले केरल विश्वविद्यालय के 15 मनोनीत सीनेट सदस्यों को उनके निर्देशो का पालन नहीं करने के लिए हटा दिया। फिर सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश का हवाला देकर, जिसमें केरल प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति को पद छोड़ने के लिए कहा गया था क्योंकि उनकी नियुक्ति में नियमों का पालन नहीं किया गया था, खान ने 10 अन्य कुलपतियों को पद छोड़ने के लिए कहा।

इसने विजयन सरकार को नाराज कर दिया और केरल उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद, सभी कुलपतियों को खान द्वारा चांसलर के रूप में दिए गए कारण बताओ नोटिस का जवाब देने के लिए 4 नवंबर तक का समय दिया गया है कि उन्हें क्यों नहीं हटाया जाना चाहिए। खान फिलहाल राज्य से बाहर हैं और शुक्रवार को लौटेंगे।

 

(आईएएनएस)

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Created On :   2 Nov 2022 8:31 PM IST

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