प्रशांत किशोर को लेकर 3 घंटे चली दस जनपथ पर बैठक, समिति ने सौंपी रिपोर्ट

The meeting lasted for 3 hours at 10 Janpath regarding Prashant Kishor, the committee submitted the report
प्रशांत किशोर को लेकर 3 घंटे चली दस जनपथ पर बैठक, समिति ने सौंपी रिपोर्ट
नई दिल्ली प्रशांत किशोर को लेकर 3 घंटे चली दस जनपथ पर बैठक, समिति ने सौंपी रिपोर्ट
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  • प्रशांत किशोर को लेकर 3 घंटे चली दस जनपथ पर बैठक
  • समिति ने सौंपी रिपोर्ट

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सोनिया गांधी की अध्यक्षता में शुक्रवार को चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को लेकर छठे दौर की बैठक हुई। कांग्रेस में शामिल होने को लेकर पीके और शीर्ष नेतृत्व बीच शुक्रवार को करीब 3 घण्टे बैठक चली। कांग्रेस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को कहा, प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर कोई विरोध नहीं है। खासकर मेरा तो कोई विरोध नहीं है।

दिग्विजय सिंह ने कहा कि प्रशांत किशोर के प्रजेंटेशन में कोई नई बातें नहीं हैं, लेकिन जो बातें हैं, वो अच्छे फार्मेट में हैं। अच्छे सुझाव दिए गए हैं। प्रशांत किशोर के मिशन 2024 से जुड़े प्लान पर एक अच्छा प्रेजेंटेशन दिया फिलहाल हमने अपनी रिपोर्ट कांग्रेस नेतृत्व को सौंप दी है। कांग्रेस अध्यक्ष इस बारे में अंतिम फैसला करेंगी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के इस बयान पर कि वो हमेश सत्ता के बीच रहे हैं, लेकिन उनके अंदर सत्ता की लालसा नहीं रही है, दिग्विजय सिंह ने इस पर कहा कि राहुल गांधी ने गलत क्या कहा, उन्होंने यह दिखाया है कि वो सत्ता के लिए सिद्धांतों और प्रतिबद्धताओं से समझौता नहीं करते।

वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि हम किसी पर निर्भर नहीं रहते हैं। हमारी खुद की तैयारी है और हम बीते 6 महीने से मेहनत कर रहे हैं। मौजूदा वक्त में स्थानीय राजनीति काफी अहम है। अगर गांव-गांव में हमारा संगठन नहीं होगा तो बीजेपी को टक्कर नहीं दे पाएंगे। उल्लेखनीय है कि सोनिया गांधी ने प्रशांत किशोर की पार्टी में भूमिका को लेकर एक 13 सदस्यीय नेताओं की समिति बनाई थी। इस कमेटी में दिग्विजय सिंह और कमलनाथ भी शामिल हैं।

इसके साथ ही एके एंटनी, मल्लिकार्जुन खड़गे, मुकुल वासनिक, अंबिका सोनी, केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश, पी.चिदंबरम, रणदीप सुरजेवाला भी समिति के सदस्य हैं। फिलहाल इस समिति ने प्रशांत किशोर के प्लान पर अपनी रिपोर्ट सोनिया गांधी को दे दी है। अंतिम निर्णय कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लेना है। हालांकि ये भी माना जा रहा है कि गांधी परिवार ने पीके के कांग्रेस में आने का रास्ता साफ कर दिया है। मगर उस पर एक आम राय बनाने के लिए वरिष्ठ नेताओं को भी शामिल किया है।

(आईएएनएस)

Created On :   22 April 2022 10:00 PM IST

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