राहुल गांधी की सजा सुनाने वाले जज को मिली धमकी, कांग्रेस नेता ने कहा- सुनिए जस्टिस, सरकार बनने पर जुबान काट लेंगे
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सदन की सदस्यता खत्म होने के बाद से ही राजनीतिक गलियारों में घमासान मचा हुआ है। पार्टी के तमाम नेता सत्ताधारी पार्टी बीजेपी पर आक्रामक हैं और ये घटना राजनीतिक से प्रेरित बता रहे हैं। इसी बीच तमिलनाडु की सियासत से एक बड़ी खबर आई है। जहां पर एक कांग्रेसी नेता ने राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाने वाले जज को जुबान काटने की धमकी दे डाली है। जिसके बाद इस नेता पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।
आपको बता दें कि, राहुल गांधी को मोदी सरनेम पर विवादित टिप्पणी को लेकर सूरत की एक कोर्ट ने उन्हें दोषी ठहराया था। जिसके बाद राहुल को अदालत ने 15 हजार जुर्माने के साथ दो साल की सजा सुनाई थी। इसी फैसले की वजह से राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द हो गई थी।
कांग्रेस नेता की धमकी
सांसद से पूर्व सांसद हुए राहुल गांधी ने जब से सदन की सदस्यता गंवाई है तब से कांग्रेस पार्टी देशभर में विरोध प्रदर्शन कर रही है। इसी सिलसिले में तमिलनाडु के डिंडीगुल में कांग्रेस पार्टी की एससी/एसटी इकाई ने बीते शुक्रवार यानी 7 अप्रैल को केंद्र सरकार और सूरत की अदालत के खिलाफ अपना रोष जताया। इस विरोध प्रदर्शन में डिंडीगुल के कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनिकांदन भी शामिल हुए थे। जहां पर उन्होंने भड़काऊ बयान देते हुए कहा "23 मार्च को सूरत कोर्ट के जज ने हमारे नेता को दो साल की सजा सुनाई है। सुनिए जस्टिस वर्मा, जब कांग्रेस की सरकार आएगी, हम आपकी जुबान काट लेंगे।"
वहीं अब कांग्रेस नेता मनिकांदन के इस बिगड़े बोल पर डिंडीगुल जिले की पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और इस पूरे मामले की छानबीन कर रही है।
भाजपा को मिला मुद्दा
हालांकि, इस बयान के बाद सवाल उठता है कि कांग्रेस नेताओं को अदालत के फैसले पर भरोसा क्यों नहीं है? राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो, तमिलनाडु बीजेपी को एक मुद्दा कांग्रेस ने बैठे बिठाए दे दिया है, जिस पर वो उसे घेर सकें और भाजपा इन जैसे मुद्दों को बड़ी प्रमुखता से रखने के लिए जानी भी जाती है।
सजा के बाद गई राहुल की सदस्यता
कांग्रेस नेता राहुल गांधी साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक के कोलार में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे। जहां पर राहुल ने कहा था "सारे मोदी सरनेम वाले चोर ही क्यों होते हैं। " राहुल गांधी के इस बयान पर बीजेपी नेता पूर्णेश मोदी ने ओबीसी समुदाय का अपमान बताते हुए सूरत की एक अदालत में मानहानि का केस दर्ज करवाया था। जिसमें राहुल को दोषी पाया गया और कोर्ट ने उन्हें दो साल की सजा सुनाई थी। लेकिन अदालत ने राहुल को 30 दिनों के लिए बेल दे दी थी। 23 मार्च के इस फैसले के बाद ठीक अगले दिन 24 मार्च को लोकसभा सचिवालय ने अधिसूचना जारी करते हुए राहुल गांधी की सदस्यता रद्द कर दी थी। जिसके बाद से ही कांग्रेस मोदी सरकार पर आक्रामक दिखाई दे रही है।
Created On :   8 April 2023 10:42 AM IST