पीएचसी में जल्द टेलीमेडिसिन की मिलेगी सुविधा : योगी

- सटीकता के साथ सही फैसले
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) जल्द ही टेली-परामर्श और टेलीमेडिसिन जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे।
उन्होंने रविवार को कहा कि उन्हें राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों के साथ-साथ संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) और किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) से जोड़ा जाएगा।
स्वास्थ्य सेवाओं को प्रौद्योगिकी से जोड़ा जाना चाहिए। राज्य के 4,600 से अधिक पीएचसी को राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों के साथ-साथ एसजीपीजीआई और केजीएमयू से जोड़ा जाएगा। इसके लिए राज्य के स्वास्थ्य कर्मियों को भी विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने एक बयान के अनुसार, राज्य में उन्नत स्वास्थ्य सेवाओं के महत्व पर भी जोर दिया है।
हम टेलीमेडिसिन के लिए सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर हेल्थ एटीएम स्थापित कर रहे हैं। राज्य के 4600 से अधिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को हेल्थ एटीएम से जोड़ा जाएगा, जिससे एक केंद्र पर 60 प्रकार की बीमारियों की जांच की सुविधा मिलेगी। इसके लिए समुचित प्रशिक्षण दिया जाएगा। पैरामेडिकल स्टाफ को भी प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा, भारत ने योग का प्रचार किया और इसके परिणामस्वरूप, दुनिया भर में 200 से अधिक देश एक स्वस्थ जीवन शैली का नेतृत्व कर रहे हैं। हमारे देश को स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों के एक बड़े केंद्र के रूप में देखा जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण बात समय पर सही निर्णय लेना है। उन्होंने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी महामारी (कोविड-19) के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सटीकता के साथ सही फैसले लिए।
दूसरी लहर (कोविड-19) के दौरान, हमें सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों की उपयोगिता और शक्ति का एहसास हुआ। हमने उस समय उत्तर प्रदेश में 72,000 टीमों का गठन किया था। प्रत्येक टीम में 10 से 15 लोग शामिल थे, जिनमें सहायक नसिर्ंग मिडवाइफरी, आशा कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि और अधिकारी शामिल थे। भारत ने दुनिया को कोविड प्रबंधन का बेहतरीन मॉडल दिया, जिसकी पूरी दुनिया में सराहना हुई।
मुख्यमंत्री ने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्च र मिशन, आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन और प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को स्वास्थ्य व्यवस्था के चार मजबूत स्तंभ बताया।
आईएएनएस
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Created On :   12 Dec 2022 10:00 AM IST