अपने ही गृह राज्य में तेजस्वी सूर्या नहीं करेंगे प्रचार-प्रसार, सूर्या को लेकर बीजेपी का क्या है मास्टर प्लान? कांग्रेस ने साधा निशाना
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी और भाजपा अपनी-अपनी स्टार प्रचारकों की लिस्ट सार्वजनिक कर चुकी हैं। जो आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार-प्रसार करने वाले हैं। लेकिन भाजपा के लिस्ट से हिंदू फायरब्रांड के युवा नेता तेजस्वी सूर्या का नाम गायब है। जिसके बाद से सवाल उठ रहे हैं कि आखिर आलाकमान उन्हीं के गृह राज्य में प्रचार-प्रसार करने से क्यों रोक रही है।
बता दें कि, तेजस्वी सूर्या कर्नाटक से ही आते हैं। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में दक्षिण बेंगलुरु से वो सांसद चुने गए थे। सांसद के अलावा तेजस्वी बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष हैं। साथ ही वो आरएसएस से भी जुड़े हुए हैं। तेजस्वी सूर्या को हिंदू फायरब्रांड के नेता के तौर पर जाना जाता है। लेकिन स्टार प्रचारकों की लिस्ट में उनका नाम न होना बहुत कुछ दर्शाता है। वहीं इस पूरे मामले में कांग्रेस पार्टी ने भी चुटकी लेते हुए उन्हें नफरती चिंटू बताया है।
बीजेपी ने क्यों नहीं उतरा प्रचार के लिए?
तेजस्वी सूर्या को पार्टी हाईकमान ने स्टार प्रचारकों की लिस्ट में न रखने का मुख्य कारण उनकी हिंदुत्व को लेकर आक्रामकता छवि को बताया जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो, तेजस्वी को चुनाव प्रचार के लिस्ट में जगह न देकर पार्टी प्रदेश की जनता को साधने का काम कर रही है। खास कर के अल्पसंख्यकों को। दरअसल, तेजस्वी ने कई बार अपने चुनावी भाषण में कुछ ऐसा कह दिया है जिससे पार्टी को डिफेंड करना काफी मुश्किल हो गया है। विश्लेषकों के मुताबिक, तेजस्वी भारतीय राजनीति में बड़े नेता के तौर पर उभर रहे हैं लेकिन उनके कुछ बयानों की वजह से पार्टी बार-बार मुश्किल में पड़ जाती है।
दक्षिण राज्य की राजनीतिक को समझने वाले कहते हैं कि, भारतीय जनता पार्टी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में थोड़ी असहज महसूस कर रही है। जिसकी वजह प्रदेश में उनके खिलाफ एंटी इनकम्बेंसी है। इसी को देखते हुए वो किसी और पछड़े में नहीं पड़ना चाहते हैं और अपना पूरा फोकस चुनाव को जितने में लगाना चाहते हैं।
कांग्रेस ने क्या कहा?
तेजस्वी सूर्या का नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट में ना आने से कांग्रेस ने भी निशाना साधा है। कांग्रेस का कहना है कि, "नफरती चिंटू" को पार्टी हाईकमान ने भी किनारा लगाने का काम कर दिया है। उनके ही राज्य में पूछ नहीं है और अब तेजस्वी को ऊंचे घोड़े से नीचे उतरने का समय आ गया है। बता दें कि, तेजस्वी सूर्या हाल ही में सुर्खियों में बने हुए थे। जब उन्होंने इंडिगो फ्लाइट के इमरजेंसी एग्जिट को खोल दिया था। जिसके बाद फ्लाइट काफी लेट से उड़ान भरी थी। करीब एक हफ्ते के बाद यह खुलासा हुआ था कि इंडिगो फ्लाइट की इमरजेंसी खिड़की तेजस्वी ने खोली थी। जिसके बाद उनकी चारों तरफ आलोचना हुई थी।
Created On :   20 April 2023 9:09 AM IST